1000 छात्र छात्राओं ने लिया नशा मुक्त समाज का संकल्प नशा उत्तराखंड के युवाओं के लिए अभिशाप: ललित जोशी

Share at

चम्पावत। मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्टाचार निवारक समिति उत्तराखंड एवं सजग इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से विगत 15 वर्षों से प्रदेश के स्कूलों में नशे के खिलाफ जन-जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।  वीती 4 फरवरी को ऋषिकेश से शुरू हुआ समिति का यह अभियान शुक्रवार को चम्पावत पहुंचा जहां मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्टाचार समिति के अध्यक्ष एडवोकेट ललित मोहन जोशी ने विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कॉलेज चम्पावत व राजकीय बालिका इंटर कॉलेज चम्पावत के युवाओं से संवाद किया।

जोशी ने युवाओं को नशे से दूर रहने की सलाह दी, उन्होंने कहा कि पूरा विश्व आज भारत को युवाओं के देश के रूप में देखता है लेकिन यहां के कुछ युवा इम्प्रेशन जमाने, दोस्तों के साथ पार्टी मनाने या किसी अवसाद के चलते भी नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं। जिससे वह अपना शारीरिक व मानसिक नुकसान तो कर ही रहे हैं, बल्कि अपने माता-पिता व देश का नाम भी खराब कर रहे हैं। और यह नशा सिर्फ दिल्ली-देहरादून जैसे बड़े शहरों में ही नहीं बल्कि आपके अपने  चम्पावत में भी पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि जिस देश का युवा नशे की गिरफ्त में होगा फिर उस देश के लिए एक समृद्ध राष्ट्र की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने बताया कि आतंकवाद को सबसे ज़्यादा फंडिंग नशे के कारोबार से होती है। उनके विचारों से स्कूलों के युवा काफी प्रभावित हुए, इस दौरान छात्र-छात्राओं ने अपने विचार साझा किए और नशे से दूर रहने का संकल्प लिया। उन्होंने नशा न करने का संकल्प लिया संवाद के अंत में दोनों स्कूलों के छात्र- छात्राओं को नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई गई।

संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले युवाओं को मानवाधिकार संरक्षण एवएव मानवाधिकार संरक्षण एवं भ्रष्टाचार निवारक समिति की ओर से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।युवा संवाद कार्यक्रम में विवेकानन्द विद्या मंदिर इण्टर चम्पावत के प्रधानाचार्य सुरेशानन्द जोशी, अध्यापक, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज चम्पावत की प्रधानाचार्या भुवनेश्वरी नेगी शिक्षिका , निर्मला खाती, बीना जोशी एवं मानवाधिकार संरक्षण समिति की टीम से मोहित बिष्ट, योगेश चिराल, हिमांशु कांडपाल, दीवान सिंह एवं दोनों सस्थान के शिक्षक एवं कर्मचारीगण सहित 1000 से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल रहे।

You may have missed