नन्दा कुण्ड में तीसजूला मंदिर समिति द्वारा आयोजित श्रीमद देवी भागवत महापुराण में निकाली भव्य जल कलश यात्रा
पोखरी । क्षेत्र के तहत चन्द्रशिला पट्टी के नन्दा कुण्ड में तीसजूला मंदिर समिति के सौजन्य से आयोजित श्रीमद देवी भागवत महापुराण और श्री शिवमहापुराण कथा के 9 दिन आज तीसजूला की 51 कन्याओं द्वारा मगरी धारे से नन्दा देवी मंदिर तक भब्य जल कलश यात्रा निकाली गई जिसमें विशाल जन सैलाव उमड़ पड़ा । विदित है कि क्षेत्र की रिद्धि-सिद्धि और खुशहाली के लिए तीसजूला मंदिर समिति द्वारा चंद्रशिला पट्टी के मध्य नन्दा कुण्ड में नन्दा देवी मंदिर में विशाल देव यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है , इस यज्ञ में देवी भागवत महापुराण और शिवमहापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है ।आज कथा के 9 वे दिन पूरे विधि विधान के साथ मगरी धारे से नन्दा देवी मंदिर तक तीसजूला क्षेत्र के गांवों की 51 कन्याओं द्वारा भब्य जल कलश यात्रा निकाली गई ।
यह कलश यात्रा पहले भूत नाथ मंदिर पहुंची वहां पूजा-पाठ सम्पन्न होने के बाद नंदा कुंड देवी मंदिर पहुंची इस जल कलश यात्रा को देखने के लिये विशाल जन सैलाव उमड़ पड़ा। ,इसके बाद कथा प्रारंभ हुई देवी भागवत कथा का वाचन करते हुए ब्यास विष्णु प्रसाद किमोठी ने कहा कि भक्तों के कल्याण और दुष्टों का नाश करने के लिये मां भगवती ने 9 अवतार धारण किये ,जो भी भक्त मां भगवती की तन मन धन से पूजा करता है ।उसके घर में रिद्धि-सिद्धि होती है , मनुष्य को हमेशा सत्संग करना चाहिए तभी उसका कल्याण हो सकता है ।और वह जन्म मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है ।,कुसंग के कारण वह पतित हो जाता है ।और हमेशा माया-मोह के बंधन में फंसकर जन्म मृत्यु के संसार चक्र में भटकता रहता है । मनुष्य को धन कमाने के साथ साथ धार्मिक कार्य भी करने चाहिए और उसमें नम्रता होनी चाहिए क्योंकि फलदार वृक्ष हमेशा झुकता है ।।वहीं शिवमहापुराण कथा का वाचन करते हुए ब्यास जगदम्बा प्रसाद किमोठी ने कहा कि भगवान शंकर छोटी सी तपस्या से प्रसन्न हो जाते हैं । सृष्टि के सृजक ब्रह्मा है। पालनहार भगवान विष्णु है ।और जब संसार में पाप अनाचार ,ब्यभिचार बड जाता है तो भगवान शंकर सृष्टि का सहार कर देते हैं ।
मनुष्य को हमेशा अच्छे कर्म करने चाहिये पूर्व जन्म के पुण्य और पाप हमेशा मनुष्य के साथ चलते रहते हैं ।पाप का फल कष्ट और पुण्य का फल सुख होता है । मनुष्य का जो छिन रहा है ,वह पाप के कारण छिन रहा और जो मिल रहा है वह पुण्य के कारण मिल रहा है । नंदा कुंड में आयोजित हो रहे इस महायज्ञ में शामिल होने तथा कथा श्रवण हेतू आज बड़ी संख्या में धियाडिया और रिश्तेदार तीसजूला के गांवों में पहुंच रखें है । जिससे यहां तीसजूला क्षेत्र में बड़ी चहल पहल देखने को मिल रही है ।
इस अवसर पर तीस जुला मंदिर समिति के अध्यक्ष मोहन सिंह वर्तवाल , कोषाध्यक्ष रमेश थपलियाल , मायाराम किमोठी , द्वारिका प्रसाद सती , सुभाष किमोठी ,संजय किमोठी , जगदीश किमोठी , सुभाष भट्ट ,विजय प्रसाद किमोठी , रामेश्वर त्रिपाठी , शिशुपाल वर्तवाल , तेजपाल वर्तवाल ,जीत सिंह वर्तवाल , संदीप वर्तवाल , गजेंद्र नेगी , सुबेदार मातवर नेगी ,मयंक नेगी , देवेन्द्र वर्तवाल , यशवंत वर्तवाल ,रंडुवा के प्रधान प्रदीप वर्तवाल ,काण्ड ई चन्द्रशिला के प्रधान नवीन राणा ,गुणज्ञ के प्रधान सज्जन नेगी ,बिक्रम नेगी ,तोणजी के प्रधान मुकेश नेगी , दिगपाल नेगी ,लखपत राणा , मुकेश राणा , रघुवीर सिंह नेगी , रणजीत नेगी ,किशन भण्डारी , हर्षवर्धन राणा , राजकिशोर नेगी , सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनता , जनप्रतिनिधि और श्रद्धालु मौजूद थे ।