आज की सबसे बडी़ खबर : केदारनाथ क्षेत्र से राजस्थान का बड़ा आरोपी गिरफ्तार, रूद्रप्रयाग पुलिस को नहीं लगी भनक
आज की सबसे बडी़ खबर : केदारनाथ क्षेत्र से राजस्थान का बड़ा आरोपी गिरफ्तार, रूद्रप्रयाग पुलिस को नहीं लगी भनक
–डैस्क : केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज़
रूद्रप्रयाग। राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा के पेपर लीक के हाई प्रोफाइल मामले में एसओजी ने मुख्य आरोपी बत्तीलाल के साथ एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है। लेकिन पूरे मामले में रूद्रप्रयाग पुलिस को भनक तक नहीं लगी।
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) 2021 पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी बत्तीलाल मीणा को एसओजी ने रविवार को उत्तराखंड में केदारनाथ के गौरीकुंड क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, बत्तीलाल के साथ एक अन्य आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है। टीम बीते तीन दिन से उत्तराखंड में आरोपी को ट्रैक कर रही थी। जिसमें कामयाबी मिली है। रूद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि एसओजी की टीम द्वारा पुलिस को बताया तो गया था लेकिन मामले की पूरी जानकारी नहीं दी गई थी और ना ही किसी भी प्रकार से जनपद की पुलिस से सहायता ली गई है।
ये था मामला
राजस्थान में शिक्षक भर्ती के लिए अब तक की सबसे बड़ी परीक्षा रीट 2021 रविवार, 26 सितंबर को राज्य भर में आयोजित की गई थी। इस दौरान इंटरनेट सेवा भी बंद रही। लेकिन पुलिस ने कई परीक्षार्थियों को नकल के मामले में पकड़ा था। राजस्थान पुलिस ने कई परीक्षार्थियों की चप्पलों में छिपे ब्लूटूथ डिवाइस को जब्त कर लिया, जबकि दिन भर में 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया और दो दर्जन से अधिक से पूछताछ की गई थी। कुछ ने तो इन ब्लूटूथ फिटेड चप्पलों का उपयोग करने के लिए छह लाख रुपये तक का भुगतान भी किया था।
अधिकारियों समेत कई कर्मचारी हो चुके निलंबित
रीट-2021 के दौरान हुई संदिग्ध गतिविधियों और अनियमितताओं के मामले में राजस्थान सरकार ने सख्त कार्रवाई करते हुए शिक्षा विभाग के दो वरिष्ठ अधिकारियों और 13 से ज्यादा कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था।
16.51 लाख उम्मीदवारों ने लिया था भाग
रीट परीक्षा के लिए 33 जिलों में स्थापित 3,993 केंद्रों पर दो पालियों में आयोजित की गई थी। इसके लिए 16.51 लाख उम्मीदवारों ने अपना नामांकन कराया था। दौसा और जयपुर ग्रामीण में पुलिस ने क्रमश: चार और आठ डमी उम्मीदवारों को गिरफ्तार किया और बीकानेर, अजमेर, प्रतापगढ़, सीकर, भरतपुर और जोधपुर में धोखाधड़ी में शामिल कई गिरोहों का भंडाफोड़ किया था।