एक वर्ष पूर्व एक हजार रुपए लेने के बाद भी नहीं चला दाखिल खारिज
केदारखंड एक्सप्रेस न्यूज़/ तहसील पोखरी के पटवारी क्षेत्र थालाबैड के ग्राम खन्नी की एक महिला ने अपने ससुर बुद्धि सिंह की मृत्यु उपरान्त अपनी सास व पति के नाम से दाखिल खारिज चलाने के लिये एक वर्ष पूर्व तत्कालीन पटवारी थालाबैड के मांगने पर एक हजार रुपए दिए, लेकिन एक साल बीत गया, परन्तु दाखिल खारिज नहीं चलाया गया। इस बात की जानकारी सरिता देवी पत्नी भीमराज सिंह ग्राम खन्नी प0वृ0 थालाबैड तहसील पोखरी जब अपनी खतौनी निकालने तहसील में आयी तो पता चला कि पटवारी ने रुपए तो डकार दिए, पर दाखिल खारिज नहीं चलाया।इस बात की शिकायत महिला ने कानूनगो विजयपाल सिंह गुसांई से की, उन्होंने तत्काल मामले मे संज्ञान लिया और दाखिल खारिज चलाने की कार्यवाही के लिए वर्तमान राउनि एमएस बिष्ट से रिपोर्ट बनवाकर संस्तुति सहित तहसील मे आरके को भेज दी ।कानूनगो ने महिला से कहा कि दाखिल खारिज चलाने का कोई रुपए नहीं पड़ते हैं,तत्कालीन राउनि देवेन्द्र लाल के कार्यकाल के कई मामले बताये जा रहे हैं। राउनि को रुपए दिए जाने की पुष्टि सामाजिक कार्यकर्ता रजनीश सती ग्राम सटियाना ने भी की है। जबकि नियमानुसार दाखिल खारिज का मतलब मृतक के नाम से जमीन को खारिज कर उसके उत्तराधिकारियों के नाम दर्ज करना क्षेत्र के राजस्व उपनिरीक्षक का स्वंय का दायित्व होता है।परन्तु यहां ऐसा नहीं होता है। अब देखना यह है कि इस मामले को तहसील प्रशासन एवं जिला प्रशासन कितनी गंभीरता से लेते है।