श्रीदेव सुमन दिवस मनाया धूमधाम से

(राजेश्वरी राणा) पोखरी । राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी में अमर शहीद श्रीदेव सुमन दिवस धूमधाम से मनाया गया ।प्रभारी प्राचार्य डा एस के जुयाल तथा वरिष्ठ प्राध्यापक डा नन्द किशोर चमोला की अध्यक्षता में सुन्दर कार्यक्रम आयोजित किया गया ,जिसमें कु खुशी द्वारा द्वारा श्री देव सुमन की जन्म स्थल से लेकर बलिदान पर अपना व्याख्यान दिया गया ।

डॉक्टर कंचन सहगल द्वारा पीपीटी के माध्यम से श्री देव सुमन की जीवनी में तुम मुझे तोड सकते हो मरोड़ नहीं सकते के साथ ही श्रीदेव सुमन द्वारा किए गए आंदोलन एवं जेल यात्रा के वृतांत पर विस्तार से प्रकाश डाला गया । राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष , डॉ रामानंद उनियाल ने श्रीदेव सुमन द्वारा राजशाही की विरुद्ध सामाजिक समानता के लिए किए गये सघर्ष आन्दोलन के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला । कु प्रियाजलि ने सत्याग्रह आन्दोलन एवं गढ़वाल के भगत सिंह के नाम से प्रसिद्ध श्रीदेव सुमन एवं उनके बडोनी परिवार पर व्याख्यान के साथ अपनी कविता आंओठो पर गंगा हो और हाथों में तिरंगा हो पर अपना व्याख्यान दिया। डा रेनू सनवाल द्धारा पी पी टी माध्यम से श्रीदेव सुमन की 1929 से शुरू हुई सघर्षमय यात्रा के बारे जानकारी देकर कवि मनोहर लाल उनियाल की कविता सुनाई । मानवेंद्र ने श्रीदेव सुमन पर अपनी स्वरचित कविता भारत के उन बीरो को मैं अभिनन्दन करता हूं सुनाई ।।

डा शशि चौहान ने श्रीदेव सुमन के राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में योगदान ,गुलामों के गुलाम ,उताल कर गयाली कर ,मुयाली कर ,दैण खैण कर ,पाला बिसाऊ कर ,सूपी कर ,कुली उतार कर ,प्रभु सेवा कर ,के विरोध में किए गए सघर्ष के सम्बंध में व्याख्यान दिया गया। प्रभारी प्राचार्य डा संजीव कुमार जुयाल ने टिहरी रियासत की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि एवं राष्ट्र पर हुए अत्याचारों के विरुद्ध श्री देव सुमन की योगदान एवं उपहास पर अपना व्याख्यान दिया।इस अवसर पर महाविद्यालय प्रागण में फलदार वृक्षों का वृक्षारोपणभी किया गया।कार्यक्रम में डा नन्द किशोर चमोला ,डा वर्षा सिंह ,डा अजली रावत ,डा अभय कुमार श्रीवास्तव ,डा आरती रावत ,डा चनद्र सुत हरिओम ,डा आयुश वर्तवाल ,डा प्रेम सिंह राणा ,डा प्रवीण मैठाणी ,डा सुनीता मेहता ,डा राजेश भट्ट ,विक्रम कण्डारी ,विजय कुमार , विजयपाल , सहित तमाम महाविद्यालय के प्राध्यापक और कर्मचारी मौजूद थे । कार्यक्रम का संचालन डा नन्द किशोर चमोला ने किया । फोटो सलंग्न

You may have missed

Share

You cannot copy content of this page