कलसीर ग्राम पंचायत में आयोजित कमल ब्यूह को देखने के लिए उमड़ा दर्शकों का हुजूम

राजेश्वरी राणा/ केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज पोखरी।

विकास खण्ड के तहत कलसीर ग्राम पंचायत मे चल रहे पाडव नृत्य लीला मे आज लीला कमेठी द्वारा शानदार कमल कमल व्यूह का मंचन किया गया। पात्रो के शानदार अभिनय पर दर्शक हुए भाव बिभोर तथा बडी संख्या मे दूर दराज के गावो से लोग कमल ब्यूह को देखने के लिए पहुंचे ।

कलसीर ग्राम पंचायत मे इन दिनों पांडव नृत्य लीला कमेटी द्वारा पांडव नृत्य लीला का आयोजन किया जा रहा है । पांडव नृत्य लीला को देखने के लिए आजकल गांव में बड़ी संख्या में रिश्तेदार और धियाडिया पहुंच रखी है गांव में बड़ी चहल पहल है ।

तथा आजकल गांव की रौनक दिखते ही बन रही है । इसी क्रम में आज लीला कमेठी द्वारा कमल ब्यूह का मंथन किया गया।इसके तहत महाभारत युद्ध में एक दिन अर्जुन की अनुपस्थिति में गुरु द्रोणाचार्य की सलाह पर कौरवो द्बारा चक्रव्यूह की रचना कर मिलकर निहत्थे अर्जुन पुत्र अभिमन्यु का वध किया जाता है। अभिमन्यु की मृत्यु के बाद अर्जुन प्रतिज्ञा लेते हैं।

कि कल सूर्यास्त से पूर्व वह जयद्रथ का वध करेंगे वरना चिंता जलाकर अपने प्राण त्याग देंगे । युद्ध में जयद्रथ की सुरक्षा के लिए गुरु द्रोणाचार्य द्वारा कमल ब्यूह की रचना की जाती है। युद्ध में जब अर्जुन जयद्रथ तक नहीं पहुंच पाते हैं। तो चिता बनाकर उसमें भस्म होने की तैयारी करते हैं।

लेकिन कृष्ण भगवान योग माया से अपने सुदर्शन से सूर्य भगवान को छिपा देते हैं। सूर्यास्त देखकर जयद्रथ बाहर अर्जुन के सामने आ जाते हैं। भगवान कृष्णा सूर्य से अपना सुदर्शन चक्र हटा देते हैं। और अचानक सूर्य देव प्रकट हो जाते हैं। भगवान कृष्ण अर्जुन से कहते हैं। अभी सूर्यास्त नहीं हुआ है ।

अपनी प्रतिज्ञा पूरी करो और जयद्रथ का वध क्यों अर्जुन अपने वाण से जयद्रथ का सिर काटकर उसका वध कर अपनी प्रतिज्ञा पूरी कर लेते हैं। इससे पूर्व कमल ब्यूह का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि बद्रीनाथ के विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र सिंह भण्डारी ने कहा कि इस प्रकार की लीलाओं के आयोजन से हमारी परम्पराये,

रीति रिवाज,और धार्मिक संस्कृति जिंदा रहती है। तथा आपसी मेल मिलाप और भाईचारा बढ़ता है। ग्रामीणों की यह सराहनीय पहल है ।वहीं भाजपा युवा मोर्चे के प्रदेश प्रवक्ता मयंक पंत ने कहा कि इस प्रकार की लीलाओं के आयोजन से आपसी भाईचारा बढ़ता है ।

द्रोणाचार्य का अभिनय दर्शन, दुर्योधन का अभिनय चन्दन,अस्वस्थामा का अर्जुन सिह,दुशासन का प्रवल ,कर्ण का रणवीर, कृपाचार्य का गोकुल सिंह ,शल्य का धरम नेगी, कृत वर्मा का जसवन्त, शकुनी का विजय , कृष्ण का दिनेश सिंह अर्जुन का महिपाल सिंह भीम का सुनील धृतधुमन का अभिनय धरम रमोला ने किया ।

इस अवसर पर पांडव नृत्य लीला कमेठी के अध्यक्ष गोपाल रमोला,ग्राम प्रधान मीना राणा,इन्द्रेश राणा ,भाजपा युवा मोर्चे के प्रदेश प्रवक्ता मयंक पत,भाजपा ग्रामीण मंडल के पूर्व अध्यक्ष बीरेंद्र पाल सिंह भण्डारी,हुकम नेगी , कैप्टन आनन्द राणा,दीपक राणा , दिगम्बर नेगी, प्रदीप रमोला,राजबर राणा , यदुवीर राणा , गोपाल राणा, सजय राणा,नौली के प्रधान सत्येन्द्र नेगी, मसोली के प्रधान देवेन्द्र लाल, पृथ्वी राणा सहित तमाम ग्रामीण और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मौजूद थे ।

You may have missed

Share

You cannot copy content of this page