सिचाईं वविभाग रूद्रप्रयाग की बड़ी लापरवाही : निर्माणाधीन पार्किंग धरासायी

पुलो, सड़को और पार्किंगों के ढह जाने की खबरें अक्सर बिहार राज्य से आती थी लेकिन अब बिहार की टू कॉफी रूद्रप्रयाग जिला बन रहा है। कुछ महिने पहले नरकोटा में बद्रारीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर राज्य का पहला सिग्नेचर बिज ढह गया था तो अब रूद्रप्रयाग मुख्यालय के बस अड्डा के पुनाड गदेरे में निर्माणाधीन पार्किंग आज उस वक्त भर भराकर गिर गई जब पार्किंग के छत पर लेंटर पड़ रहा था। हादसे की जानकारी मिलते ही आपदा प्रबंधन विभाग की टीम मौके पर पहुँची जिनके द्वारा सर्च और राहत का कार्य शुरू किया गया। हादसे में दो मजदूर घायल हुए हैं घायलों को जिला चिकित्सालय भेज दिया गया है जहाँ उनका उपचार चल रहा है। इससे पहले भी रूद्रप्रयाग में नरकोटा में ही पुल की सेटरिंग ढह गई थी। कुछ साल पहले केदारनाथ बाईपस पुल ढह गया था। इस तरह रूद्रप्रयाग भी बिहार की तर्ज पर आगे बढ रहा है।

सिचाईं विभाग रूद्रप्रयाग द्वारा पुनाड गदेरे पर पार्किंग का निर्माण किया जा रहा था। आज पार्किंग के छत का लेंटर पड रहा था जिसमें 17 मजदूर काम कर रहे थे। मजदूरों ने कहा जैसे ही ढहने की आवाज आई वैसे ही वे तेजी से भाग गये, दो मिस्त्रियों को इस हादसे में चोंट आई है । वही स्थानीय लोगों ने कहा कि सिंचाई विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से यह बड़ा हादसा हुआ है। उन्होंने कहा विभाग के इंजीनियर इसकी रेख देख नहीं करते थे जिस कारण यह पार्किंग ढह गई। स्थानीय कुलदीप कप्रवाण, आशुतोष भण्डारी, पूर्व सभासद संतोष रावत ने कहा जनता के लाखों रूपयों े बनाई जा रही पार्किंग निर्माण के दौरान ही धरासायी हो गई है। उन्होंने कहा शुक्र है की भ्रष्टाचार का यह स्मारक निर्माण के दौरान ही गिर गया अन्यथा भविष्य में यह बडे जान माल के नुकसान का कारण बन जाता। उन्होंने पूरे प्रकरण पर जांच की मांग की है।
हादसे के बाद स्थानीय पुलिस और आपदा प्रबंधन विभाग ने मौके पर पूरी तरह सर्च कर अभियान चलाया है। हादसे में केवल दो लोग ही घायल हुए हैं।