स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व.आलम सिंह की 43वीं पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि

नवीन चन्दोला केदारखंड एक्सप्रेस न्यूज़/ ग्राम पंचायत तलवाड़ी स्टेट (डी एन सदन धारकोट) के मूल निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेता जी स्व. आलमसिंह फर्स्वाण को उनकी 43वीं पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उनके अपूरणीय योगदान को याद किया गया। नेताजी स्वर्गीय आलम सिंह फर्स्वाण को पिंडर क्षेत्र मे नेता जी के नाम से जाना जाता रहा वे लम्बे समय तक क्षेत्र में समाज सेवा करते रहे आज उन्हें तथा उनके परिजनों को आदर और सम्मान के साथ देखा जाता है, जहां नेता जी के अंदर देशप्रेम , मानवता कूट – कूट कर भरी हुई थी, इसी मानवता के कारण नेता जी का नाम पेशावर कांड के नायकों से जुड़ा हुआ है जिन्होंने बड़ी यात्नाएं झेल कर भी हमें आजादी दिलवाई । नेता जी 18 वर्ष की आयु में गढ़वाल राइफल मैं भर्ती हुए । 1930 मे ज़ब नमक सत्याग्रह के आंदोलन चल रहा था उस दौरान उनकी प्लाटून 2/8 रॉयल गढवाल राइफल को पेशावर भेज दिया गया । 23 अप्रैल 1930 को हवलदार मेजर स्व चन्द्र सिंह गढ़वाली के नेतृत्व मैं रॉयल गढ़वाल राइफल के सभी जवानों ने जिनमें नेता जी भी शामिल थे , भारत की आजादी के लिए लड़ने वाले निहत्थे लोगों पर गोली चलाने से मना कर दिया था। अंग्रेज कैप्टन रिकेट्स द्वारा आंदोलन को सांप्रदायिक आधार पर कुचलने के लिए किस्साखानी बाजार कूच कर सभा पर गोली चलाने का आदेश दिया। जिस पर स्व चन्द्रसिंह गढ़वाली एवं उनके साथियों ने सीज फायर का आदेश दे दिया और एक बड़े नरसंहार होने से रोक दिया। उन्होंने संप्रदायिक और देशभक्ति की मिसाल क़ायम की । इस घटना से अंग्रेजों मैं इंग्लैंड तक हड़कंप मच गया । वीर चंद्रसिंह गढ़वाली की पूरी प्लाटून नजरबंद कर ली गई । विश्व मैं शायद ही कोई ऐसा सैन्य विद्रोह होगा जिसमें विद्रोही सैनिकों द्वारा हथियार उठाने के बजाय हथियार गिरा दिये थे । इस घटना के बाद चन्द्र सिंह गढ़वाली की पूरी प्लाटून को नजरबंद कर लिया गया । इन पर राजद्रोह का मुकदमा भी चला । गढ़वाली सैनिकों की ओर से बैरिस्टर स्व मुकुन्दी लाल ने मुकदमे की पैरवी की । बैरिस्टर मुकुन्दीलाल की जबर्दस्त पैरवी से फांसी की सजा तो नहीं हुई ,परंतु कालापानी की सजा सुनाई गई । स्व.आलमसिंह फर्शवाण को स्वतंत्रता संग्राम में स्मरणीय योगदान के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व श्रीमती इंदिरा गांधी द्वारा ताम्रपत्र से नवाजा गया । नेताजी आलम सिंह फर्शवाण र्वाण द्वारा तलवाड़ी क्षेत्र के विकास के लिए पुरजोर कोशिश करते रहे । उनके द्वारा राजकीय इंटर कॉलेज तलवाड़ी के उचीकरण का मामला हो या तलवाड़ी में प्राइवेट डिग्री कॉलेज की स्थापना हो जो अब सरकारी हो गया है उनका बहुत बड़ा योगदान रहा तथा उनके अथक प्रयासों से ही सम्भव हो पाया है । 24 अप्रेल 1980 को उनका निधन हो गया। आज समस्त क्षेत्रीय जनता उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर शत शत नमन करते है उनकी पुण्य पर थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, प्रमुख कविता नेगी उनके जेष्ठ पुत्र यशपाल सिंह फर्शवाण , कुंदन सिंह फर्शवाण र्वाण इंद्र सिंह फर्शवाण , पूर्व प्रधान गोपाल सिंह फर्शवाण ,प्रधुमन सिंह,नरेंद्र सिंह फर्शवाण , महाबीर सिंह,पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सुभाष पिमोली, प्रधान दीपा देवी, खिलाप सिंह रावत, दर्शन विष्ट, समाज सेवी कंचन रावत, भागवत सिंह बिष्ट, मनोज राम, देवेंद्र रावत, शांति देवी, कप्तान चंद्र सिंह पिमोली, वीरेंद्र सिंह बिष्ट , वीरेंद्र फर्शवाण, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य के खिलाफ सिंह रावत, रणजीत सिंह गुसाई, ऐडवोकेट मदन मोहन रावत, कुंदन सिंह बोरा,व्यापार संघ अध्यक्ष धीरेन्द्र रावत, विमला देवी फर्शवाण,शांति फर्शवाण कमला फर्शवाण, देवेंद्र फर्शवाण, हेमा फर्शवाण, भगोत सिंह फर्शवाण,देवेंद्र रावत, खिलाप सिंह रावत, बलवंत सिंह थेत, बलवंत सिंह रावत,जयकृत सिंह चीनवान् आदी ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

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