पोखरी महाविद्यालय में हुई अन्तरिक्ष प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला
राजेश्वरी राणा/केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज पोखरी।राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नागनाथ पोखरी में उत्तराखंड अन्तरिक्ष उपयोग केन्द्र ,आई क्यू ए सी तथा भूगोल विभाग द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में अन्तरिक्ष प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया ।
अन्तरिक्ष प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया जिसके मुख्य वक्ता यूसैक के वैज्ञानिक डा सुषमा गौरोला,डा आशा थपलियाल एव डा राजेश भट्ट द्वारा रहे ।
यूसैक के वैज्ञानिक डा सुषमा गौरोला द्वारा कार्यशाला के उद्देश्य के साथ साथ उत्तराखंड अन्तरिक्ष उपयोग केन्द्र के बारे मे जानकारी देने के साथ भौगोलिक सूचना तंत्र मे आंकड़ों के उपयोग एव भौगोलिक बदलाव तथा आंकड़ा संग्रहण प्रणाली और विश्लेषण के बारे मे विस्तार से जानकारी प्रदान की ।
कार्यक्रम के सरक्षक प्राचार्य प्रोफेसर पंकज पंत द्वारा सूदूर संवेदन का भूगर्भीय महत्व तथा वर्तमान समय मे इसके बदले उपयोग से छात्र छात्राओं को अवगत कराया गया । डा आशा थपलियाल ने कार्यशाला मे सुदूर संवेदन प्रणाली तन्त्र कार्यशैली के बारे मे जानकारी देते हुए इसके प्रयोग एवं शोध के बारे मे छात्र छात्राओं को जानकारी दी ।
डा राजेश भट्ट द्वारा मानचित्र कला की उपयोगिता तथा सुदूर संवेदन प्रणाली , भौगोलिक सूचना तंत्र एव भू सर्वेक्षण के संयुक्त विश्लेषण और अच्छे मानचित्र कला पर व्याख्यान दिया गया। कार्यक्रम मे छात्र छात्राओं को ग्लोबल पोजिशन सिस्टम का प्रशिक्षण भी दिया गया । कार्यशाला की अध्यक्षता प्राचार्य प्रोफेसर पंकज पंत द्वारा की गयी ।
इससे पहले छात्र छात्राओं ने मुख्य वक्ताओं के स्वागत मे स्वागत गान और सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की गयी इस अवसर डा नन्द किशोर चमोला,डा संजीव कुमार जुयाल,डा अंजलि रावत, डा अनिल कुमार,डा रेनू सनवाल शिवानी चौरसिया,आर्यन सिंह,अशु राणा, महेन्द्र रावत,विजय कुमार, सहित तमाम प्राध्यापक और छात्र छात्राएं मौजूद थे । कार्यशाला का संचालन डा आरती रावत ने किया।