नगर पंचायत अगस्त्यमुनि स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 के “अटल निर्मल नगर पुरस्कार योजना” में प्रथम स्थान पर

0
Share at

 

नगर पंचायत अगस्त्यमुनि स्वच्छता सर्वेक्षण-2021 के “अटल निर्मल नगर पुरस्कार योजना” में प्रथम स्थान पर 

 –अनसूया प्रसाद मलासी /केदारखण्ड एक्सप्रेस

अगस्त्यमुनि। स्थानीय निकायों में कूड़ा निस्तारण और  स्वच्छ सर्वेक्षण- 2021 में नगर पंचायत अगस्त्यमुनि ने लगातार तीसरे वर्ष सूची में नाम दर्ज कर एक इतिहास रचा है। नगर पंचायत अगस्त्यमुनि को स्वच्छ सर्वेक्षण -2019 में “बेस्ट सिटी इन सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट इन नॉर्थ जोन” का पुरस्कार भी महामहिम राष्ट्रपति के हाथों प्राप्त हो चुका है। इस उपलब्धि पर जहाँ नगर पंचायत कर्मियों में उत्साह है, वहीं नगरवासियों ने भी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष अरुणा बेंजवाल की कार्यपद्धति और उनकी टीम भावना की सराहना की है।

नगर पंचायत अगस्त्यमुनि को राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत करने से यहाँ के कार्यों की पूरे देश में चर्चा और प्रशंसा हुई। सितंबर-2019 में अटल निर्मल नगर पुरस्कार के लिए चयनित होने पर मुख्यमंत्री ने 10 लाख का पुरस्कार और 50 लाख अवस्थापना मद में यहां दी। वर्ष- 2020 में अटल निर्मल पुरस्कार के तहत नगर पंचायत अगस्त्यमुनि तृतीय श्रेणी में आने पर 5 लाख पुरस्कार और 20 लाख अवस्थापना मद में प्राप्त हुई। इसी तरह वर्ष 2021 में प्रथम पुरस्कार के रूप में ₹10 का ड्राफ्ट और 50 लाख अवस्थापना मद में आवंटित होने से नगर पंचायत के कार्यों को पहचान मिली है।

नगर पंचायत अध्यक्ष अरुणा बेंजवाल ने बताया कि नगर पंचायत में संसाधनों की कमी के बावजूद नगर पंचायत कर्मचारियों और पर्यावरण मित्रों ने लगातार कार्य करके नगर का मान बढ़ाया है। नगर वासियों ने नगर पंचायत के दिशा- निर्देशों का खुले मन से समर्थन कर इस पंचायत का मान बढ़ाया है।

 नगर पंचायत गठन के 8 साल बाद भी कूड़ा निस्तारण के लिए जगह की व्यवस्था नहीं थी। तब भी लगातार यह कार्य किया गया। नगर क्षेत्र में कूड़ा डंप कहीं भी नहीं किया गया।  उल्लेखनीय है कि कूड़ा डंप किया नहीं, बल्कि इसकी छंटनी करके बिक्री से नगर पंचायत को आय भी प्राप्त होती है। डंपिंग जोन और कूड़ा निस्तारण के लिए भूमि चयन प्रक्रिया गतिमान है। पिछले 3 साल में नगर पंचायत ने शहर का कूड़ा एकत्रित कर उसे बेचकर 8.50 लाख रुपए कमाया है। 


  नगर में कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया…

नगर पंचायत के अंतर्गत 26 पर्यावरण मित्र कार्य करते हैं। नगर के 7 वार्ड में घर-घर जाकर कूड़ा एकत्रित किया जाता है और फिर उसकी छंटनी कर जैविक-अजैविक कूड़े का निस्तारण किया जाता है।

जैविक कूड़े को कंपोस्ट पिट में डालकर उसकी खाद बनाई जाती है और अजैविक कूड़ा नगर पंचायत के शैल्टर में लाकर छँटनी कर कबाड़ी को बेचा जाता है।

 इसी तरह कूड़े में प्राप्त प्लास्टिक को नेप्रा ग्रुप राजस्थान को फ्री में देते हैं। नगर पंचायत के शेल्टर में कंपैक्टर मशीन में इस कूड़े को डालकर उसकी बिल्टी बनाई जाती है और तभी वह सप्लाई किया जाता है। नेप्रा ग्रुप नगर पंचायत को इस कार्य के लिए प्रमाण-पत्र भी देता है। यह पर्यावरण मित्र नगर में सुबह और शाम दिन में दो वक्त सफाई करते हैं। इसमें जनता का भी बड़ा योगदान है। लोग अब स्वयं कूड़े को अलग-अलग करके रख देते हैं।हरेंद्र सिंह चौहान, अधिशासी अधिकारी,  नगर पंचायत।

नगर पंचायत द्वारा नगर में सफाई व्यवस्था जिस बेहतर ढंग से की जा रही है, वह प्रशंसनीय है। व्यापारियों द्वारा नगर को साफ-सुथरा रखने के लिए हर संभव प्रयास व सहयोग किया जा रहा है।

नवीन बिष्ट, अध्यक्ष -व्यापार संघ अगस्त्यमुनि

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed