थाना अगस्त्यमुनि पुलिस कार्मिकों को एसडीआरएफ उत्तराखण्ड द्वारा किया गया प्रशिक्षित।
थाना अगस्त्यमुनि पुलिस कार्मिकों को एसडीआरएफ उत्तराखण्ड द्वारा किया गया प्रशिक्षित।
पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग द्वारा विगत मे किये निरीक्षणों के दौरान थानो पर रखे आपदा प्रबन्धन सम्बन्धी उपकरणों एवं सामग्री का निरीक्षण किया गया था तथा इन उपकरणों का नियमित रूप से प्रयोग किये जाने तथा इनसे सम्बन्धित जानकारी का एसडीआरएफ के माध्यम से प्रशिक्षण दिलाये जाने हेतु निर्देशित किया गया था।
निर्गत निर्देशों के क्रम में आज दिनांक 17 अप्रैल 2022 को थानाध्यक्ष अगस्त्यमुनि राजीव चौहान के नेतृत्व में थाना अगस्त्यमुनि पुलिस कार्मिकों को जनपद रुद्रप्रयाग में व्यवस्थित एसडीआरएफ टीम द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
सर्वप्रथम सभी पुलिस कार्मिकों को आपदा उपकरणों, प्रयोग मे लाये जाने वाले अलग-अलग प्रकार के रस्सों (रोप) की जानकारी दी गई। अवगत कराया गया कि किसी भी प्रकार के रेस्क्यू को प्रारम्भ करने से पूर्व स्वयं का सुरक्षा बेस होना आवश्यक है। आगे की कार्यवाही हेतु एंकर यानि कोई सहारा जैसे मजबूत पेड़ का तना या न मिलने की दशा मे एंकर तैयार किया जाता है। एंकर तैयार किये जाने हेतु उपलब्ध रस्सों से गांठ (नाॅट) तैयार किए जाने के बारे मे बताया गया। तत्पश्चात की जाने वाली सभी कार्यवाहियों अर्थात प्राकृतिक एंकर पेड़ के मजबूत तने का सहारा लेकर चट्टान क्षेत्र में आरोहण (क्लाइम्बिंग) एवं उतरना (रैपलिंग) इत्यादि का डेमो प्रस्तुत किया गया। डेमो के उपरान्त एसडीआरएफ टीम द्वारा इन्ही गतिविधियों का थाने मे नियुक्त कार्मिकों से अभ्यास कराया गया।
साथ ही विभिन्न प्रकार के आपदा उपकरणों के नाम जैसे सामान्य शब्दों मे बोले जाने वाले दस्ताने को मिटन, इसी प्रकार से जुमार, कैनाबिनर और इसी प्रकार की लम्बी फेहरिस्त अन्य आपदा उपकरणो की शब्दावली से परिचय कराया गया।
इस प्रशिक्षण को थाना अगस्त्यमुनि पुलिस द्वारा अत्यधिक उत्साह से लबरेज होकर प्राप्त किया गया।
इस प्रकार से एसडीआरएफ टीम द्वारा दिया गया यह प्रशिक्षण आगामी चार धाम यात्रा एवं थाना क्षेत्रान्तर्गत किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सहायक सिद्ध होगा।