गडबडझाला पार्ट-2 : रूद्रप्रयाग में भाजपा पर अवैध निर्माण के लगे आरोप के बाद विधायक भरत चौधरी एक्शन में

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गडबडझाला पार्ट-2 : रूद्रप्रयाग में भाजपा पर अवैध निर्माण के लगे आरोप के बाद विधायक भरत चौधरी एक्शन में

कुलदीप राणा आजाद/केदारखंड एक्सप्रेस

रूद्रप्रयाग। रूद्रप्रयाग  नगर पालिका परिषद में  अवैध चार दुकानों के मालिक का भले ही अब तक पता ना चल पाया हो लेकिन सियासत जरूर गरमरा गई है। नगर पालिका परिषद में कांग्रेस के एक सभासद द्वारा भाजपा के सफेदपोश नेता का इस अवैध निर्माण में हाथ होने का आरोप लगाने के बाद रुद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चौधरी ने चुटकी लेते हुए कहा कि ” अगर भाजपा नेताओं ने मुफ्त में नगरपालिका के लिए 4 कमरों का निर्माण किया है तो इसमें खुशी की बात है” उन्होंने कहा कि यह भाजपा नेताओं को बदनाम करने की एक साजिश है इस पूरे प्रकरण में उनके द्वारा जिलाधिकारी को पत्र लिखकर पूरे मामले की गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए हैं और जो भी इसमें दोषी हैं उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग की है। साथ उन्होंने कहा इन चारों दुकानों का नगर पालिका अधिग्रहण कर एन एच में अपने रोजगार से प्रभावितों को आवंटित किया जाना चाहिए। 

सुनिए क्या कहा विधायक भरत सिंह चौधरी ने-


दरअसल केदारखंड एक्सप्रेस  ने  दो दिन पूर्व “गडबडझाला : रूद्रप्रयाग बाजार में चार दुकानों का निर्माण, मालिक का नहीं पता” नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी जिसमें रूद्रप्रयाग नगर पालिका परिषद क्षेत्र के डाट पुल के पास  अवैध रूप से किये जा रहे निर्माणाधीन कार्य का पार्दाफाश किया था। खबर  प्रकाशित होने के बाद अवैध निर्माण करने वालों की नींद उड़ गई और इस मामले में न केवल चौतरफा चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया बल्कि नगर पालिका रूद्रप्रयाग और प्रशासन पर गम्भीर सवाल भी खडे़ हो गये। हालांकि नगर पालिका परिषद रुद्रप्रयाग  अब भी इस निर्माण को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं कर पा रही है जबकि रुद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चौधरी ने भाजपा पर लगे आरोपों को खारिज करते हुए जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग को एक पत्र भेजकर पूरे मामले में जांच के निर्देश देकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कही है। 

अवैध भवन पर यूकेडी खोलेगी अपना कार्यालय

यूकेडी के अशोक चौधरी, जितार जगवान ने कहा कि रूद्रप्रयाग नगर में बने इस अवैध निर्माण को लेकर कांग्रेस भाजपा पर सवाल उठा रही है जबकि भाजपा इसे सिरे से नकार रही है जबकि यूकेडी ने इस मामले को पहले ही गंभीरता से उठाया था और सूचना अधिकार के तहत मांगी गई सूचना में यह स्पष्ट हो गया था कि यह दुकान नगरपालिका की नहीं है। साफ है इसमें किसी ऐसे व्यक्ति का हाथ है जो राजनीतिक रूप से मजा हुआ खिलाड़ी है उन्होंने कहा कि  जब इस अवैध निर्माण का मालिक सामने नहीं आ रहा है तो यूकेडी शनिवार को इस भवन पर तालाबंदी अपना कार्यालय खोलेगी। 

कांग्रेस जिलाध्यक्ष बोले नगर पालिका में पूर्व में हुई खरीद-फरोख्त की जांच क्यों नहीं हुई? 


वहीं इस पूरे प्रकरण में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ईश्वर सिंह बिष्ट ने कहा की पूर्व में 2013 से 2017 तक नगर पालिका रुद्रप्रयाग में भाजपा की सरकार रही है  उस वक्त नगर पालिका पर खरीद-फरोख्त के गंभीर आरोप लगे थे जिसमें तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा जांच बिठाई गई थी लेकिन उस जांच का परिणाम आज तक सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि पहले पूर्व की जांच सामने लाए फिर दूसरी जांच की जानी चाहिए। 

एनएच प्रभावितों को मिले दुकान

जहां विधायक भरत सिंह चौधरी ने भी इस बात की पैरवी की है कि रुद्रप्रयाग डाट पुल के निकट बनी अवैध दुकानों का नगरपालिका अधिग्रहण कर राष्ट्रीय राजमार्ग पर अॉलवेदर  निर्माण से प्रभावित हुए व्यापारियों को यह दुकानें आवंटित की जानी चाहिए तो वही ऑल वेदर से प्रभावित नीरज मेहता ने कहा कि वह 1 वर्ष से एनएच से प्रभावित होकर बेरोजगार बैठे हुए हैं  स्थिति  है आज उनके सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गए हैं उन्होंने कहा नगर पालिका ने आश्वासन दिया था चेन्नई बस अड्डे पर भविष्य में अगर दुकानों का निर्माण होता है तो सबसे पहले उन दुकानों को प्रभावितों को दी जाएगी। लेकिन एक वर्ष बाद भी प्रभावितों को दुकान नहीं दी गई है जबकि सुनने में आ रहा है नए बस अड्डे पर हुए अवैध दुकानों के निर्माण के बाद उन्हें गुपचुप तरीके से किराए पर दिया जा रहा था। 

अब देखना होगा की जिलाधिकारी इस गंभीर मसले पर गंभीरता से जांच करते हैं या नहीं।

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