भाजपा प्रत्याशियों का शक्ति प्रदर्शन, कहीं भागों में विभाजित दिखी भाजपा
भाजपा प्रत्याशियों का शक्ति प्रदर्शन, कहीं भागों में विभाजित दिखी भाजपा
–कुलदीप राणा आजाद/केदारखण्ड एक्सप्रेस
रुद्रप्रयाग जनपद में 2022 विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा में अपनी दावेदारी कर रहे प्रत्याशियों का आज विजय संकल्प यात्रा के दौरान जगह-जगह शक्ति प्रदर्शन देखने को मिला। प्रत्याशियों के शक्ति प्रदर्शन
से ऐसा लग रहा था भाजपा कहीं भागों में विभाजित है।
दरअसल 24 दिसम्बर को भाजपा की विजय संकल्प यात्रा रूद्रप्रयाग से केदारघाटी होते हुए चमोली गई थी जिसके बाद आज रविवार को पुन: यह रैली बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के जरिये रूद्रप्रयाग पहुँची। जिसमें भाजपा के दावेदारों ने अपना शक्ति प्रदर्शन कर संगठन के सामने अपनी अपनी मजबूती का प्रदर्शन किया।
पहला दिन जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह का रहा
हालांकि भाजपा केन्द्रीय संगठन से आये पदाधिकारियों के सामने विजय संकल्प यात्रा के दौरान भाजपा का हरेक प्रत्याशी खुद को मजबूत दिखाने लिए अपने समर्थकों और भारी बैनर पोस्टरों के साथ शक्ति प्रदर्शन करे थे लेकिन 24 दिसम्बर को जिला पंचायत अध्यक्ष पर ध्यान सबका तब आकृष्ट हुआ जब तिलवाड़ा में रोड शो के दौरान उनके समर्थक अमरदेई शाह के फोटो की तकतिया लेकर भारी संख्या में चल रहे थे। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री वह गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने भी अगस्त्यमुनि में जनसभा के दौरान मंच से कहा कि आज ऐसा लग रहा था मानों जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह की रैली चल रही हो। संकेत साफ हैं कि जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई भी कहीं ना कहीं विधायक की मजबूत दावेदारी कर रही हैं। जबकि यह भाजपा के संगठन के साथ साथ उन तमाम सर्वे करने वाली एजेंसियों के लिए भी जवाब था जो उन्हें विधायक की दौड़ से बाहर रखने की भूल कर रहे थे।
विधायक भरत सिंह चौधरी को भी करना पड़ा शक्ति प्रदर्शन
पिछले चुनाव में रिकॉर्ड तोड़ मतों से विजय हासिल करने वाले भरत सिंह चौधरी को भी केंद्रीय संगठन के सामने अपना शक्ति प्रदर्शन करना पड़ा। घोलतीर में उन्होंने भारी समर्थकों के साथ जनसभा का आयोजन कर भाजपा में खुद को मजबूत दिखाने की कोशिश की। विधायक रहते हुए उन्हें शक्ति प्रदर्शन करने की आवश्यकता पड़ी यह भी अपने आप में विचारणीय प्रश्न है।
इससे पूर्व भाजपा की विजय संकल्प यात्रा जैसे नगरासू में प्रवेश हुई यहां प्रथम द्वार पर वीर सिंह रावत ने अपने समर्थकों के साथ शक्ति प्रदर्शन किया। जबकि शिवनंदी के पास कमलेश उनियाल की भीड़ ने खुद को मजबूत दावेदार दिखाने की कोशिश की। जबकि रुद्रप्रयाग में पेट्रोल पंप के पास डॉक्टर कुलदीप आजाद नेगी के समर्थकों के जमावड़े कुलदीप रावत के जिंदाबाद के लग रहे नारों से भाजपा के भीतर विभाजन की स्थिति को प्रकट किया।
जबकि रुद्रप्रयाग में रोड शो होते-होते सारी भीड़ तितर बितर होती नजर आई। विजय संकल्प यात्रा में दावेदारों के शक्ति प्रदर्शन से इतना तो स्पष्ट हो गया है कि टिकट को लेकर रूद्रप्रयाग विधानसभा में भारी प्रतिस्पर्धा है। आने वाले दिनों में देखना होगा भाजपा हाईकमान के पास शक्ति प्रदर्शन का क्या कुछ रिजल्ट जाता है।
दूसरी तरफ वीरद्र बिष्ट अजय सेमवाल सहित अन्य दावेदार अपना शक्ति प्रदर्शन करते हुए नजर नहीं आए पार्टी के भीतर प्रत्याशियों के क्या कुछ रणनीति और समीकरण हैं यह तो कहा नहीं जा सकता है। लेकिन टिकट की समीकरण को लेकर प्रत्याशी आगे आगे क्या कुछ हथकंडे अपनाते हैं यह देखना भी दिलचस्प होगा।