वज्रपात से पिण्डर नदी की सहायक प्राणमती नदी का जलस्तर बढ़ा, ग्रामीणों के श्रमदान से बनाया वैकल्पिक पुल भी बहा,कई गांवों का टूटा सम्पर्क

(नवीन चन्दोला)थराली। कल रात 10 बजे लगभग सोलक्षेत्र में वज्रपात होने के कारण पिंडर नदी की सहायक नदी प्राणमती नदी का अत्यधिक जलस्तर बढ़ने के कारण भारी तबाही हुई है।प्राणमती नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण ग्रामीणों द्वारा श्रमदान कर बनाया गया वैकल्पिक लकड़ी का पुल जो कल ही बनाया गया था,वह वैकल्पिक पुल भी बह गया है जिस कारण थराली नगर से थराली गांव, सूना गांव,पैनगढ़ गांव तथा अन्य गांवों का पैदल सम्पर्क भी फिर से टूट चुका गया है।

थराली गांव का शिव मंदिर भी कल रात की तबाही में मलबे में पूरा डूब चुका हैं, जो आवासीय मकान रविवार की रात मलबे की चपेट में आ गए थे वहां और अधिक मलबा तथा पेड़ आ चुके हैं, तथा इस तबाही में कई खेत भी बह गए हैं। कल रात वज्रपात होने के कारण सिमलसैंण गांव,थराली गांव,प्राणमती गांव भी भंयकर खतरे की जद में आ चुका है तथा बुसेड़ी पुल के आसपास की दुकानों को भी भंयकर खतरा बना हुआ हैं

बुसेड़ी पुल के समीप सड़क भी क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं जहां BRO की JCB मशीन सड़क खोलने के कार्य में लग चुकी है यहां पर सैंकड़ों यात्री भी फंसे हुए हैं। इस तबाही में भारी नुकसान की आशंका है जिसकी अभी तक पुष्टि नहीं की गई है, तथा जान -माल का खतरे का अभी तक पता नहीं चल पाया है। थराली मुख्य बाजार में पिण्डर तथा प्राणमती नदी किनारे रहने वाले लोगों में कल रात से ही अफरा-तफरी मची हुई है,

नदी का जलस्तर अत्यधिक बढ़ने के कारण नदी किनारे रहने वाले लोगों को पुलिस तथा प्रशासन ने लगातार सुरक्षित स्थानों पर जाने का अनाउंसमेंट किया, और पुलिस तथा प्रशासन लगातार डटकर अपने कार्य में लगे हुए हैं।

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