बदरी नारायण संस्कृत विद्यालय थराली के छात्रों ने की आपदा प्रभावितों की मदद
(नवीन चन्दोला)थराली। उत्तराखंड की प्रथम महिला कथावाचिका परम् पूज्या राधिका जोशी जी “केदारखण्डी” द्वारा स्थापित संस्कृत विद्यालय के छात्र छात्राओं ने क्षेत्र में प्रथम बार थराली में दैवीय आपदा के समय विद्यालयी छात्रों ने मातृ शक्ति को एकत्रित कर श्रमदान किया। जिसमें उन्होंने पीड़ित परिवारों पर आई इस विपदा के समय सहयोग की भावना को विद्यालय परिवार ने ग्राम सभा रायकोली ग्राम सभा चौड़ा एवं ग्राम सभा थराली गांव के मातृ शक्तियों के साथ श्रमदान कार्य किया।
विद्यालय के व्यवस्थापक परम् पूज्य राधिका जोशी जी एवं नवीन जोशी जी ने बताया की विगत दिन आई इस दैवीय आपदा ने जन सैलाब के हृदय को कंपित कर दिया। जिसको देखकर विद्यालय के नन्हें-नन्हें छात्र छात्राओं एवं मातृशक्ति के हृदय में भी सहयोग की भावना प्रकट कराई। छात्रों एवं मातृशक्ति ने पीड़ितो के घर में जो की जलमग्न हो गया था उस स्थान में जा कर मलवे में से कुछ सामान को सुरक्षित निकालने का कार्य किया।
नन्हें छात्रों ने आज परोपकार की भावना को दिखाकर सभी के हृदय को छू लिया। विद्यालय के व्यवस्थापक नवीन जोशी जी ने कार्यक्रम को लाइव प्रसारण कर सभी से आर्थिक सहायता करने के लिए भी निवेदन किया।तथा पीड़ितो ने छात्रों के कार्य को देख कर उन्हें आशीर्वचन दिये। आचार्य मोहित रतूड़ी ने बताया की पौराणिक काल से ही संस्कृत के छात्रों को परोपकार की शिक्षा दी जाती है ।
जिसे आज इन छात्रों ने सिद्ध कर दिया है। क्षेत्र के जनता ने इस कार्य को देख कर कहा जन सेवा की भावना संदेव देव भूमि के संस्कृत के छात्रों की रही है।