नंदा लोकजात यात्रा अपने सातवें पड़ाव चेपड्यो पहुंची,मां नंदा के भक्तों की बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी
(नवीन चन्दोला) थराली।
नंदा लोकजात यात्रा में बधाण की मां नंदा राजराजेश्वरी की उत्सव डोली आज सूना गांव तथा थराली गांव होते हुए सातवें पड़ाव चेपड्यो रात्रि विश्राम के लिए पहुँच गई है। यह यात्रा सदियों से चल रही हैं इस यात्रा में मां नंदा पार्वती और भगवान शंकर के विवाह की गाथा हैं नंदा लोकजात यात्रा हर वर्ष आयोजित की जाती है और राजजात यात्रा 12 वर्षों में एक बार आयोजित की जाती है।
जब चौसिंग्या खाड़ू (चार सिंगों वाला मेमना) जन्म लेता है। लोकजात यात्रा 9 सितम्बर को सिद्धपीठ कुरुड़ से आरंभ हुई थी, मां नंदा की उत्सव डोली चरबंग, मथकोट, उस्तोली, भेंटी, डुंग्री, सूना पड़ाव होते हुए आज सातवें पड़ाव चेपड्यो रात्रि विश्राम हेतु पहुंच चुकी हैं। आज शुक्रवार को नंदा की उत्सव डोली का थराली मुख्य बाजार में फूलों की वर्षा कर स्वागत किया। जहा नंदा भक्तो ने उत्सव डोली को ढोल दमाऊ व पुष्प वर्षा कर माता के जयकारों के साथ भव्य स्वागत किया और थराली क्षेत्र नंदामय हो गया।
सूना पहुंचने पर देवी भक्तों ने पूजा अर्चना कर मनौतियां मांगी, तथा मां नंदा,मां काली,लाटू देवता अन्य देवता अपने पशवाओं पर अवतरित हो कर अपने भक्तों को आशीर्वाद दिया। थराली मुख्य बाजार से नगर पंचायत अध्यक्ष दीपा भारती, देवी जोशी,कृष्ण पाल सिंह गुसाई,गंगा सिंह बिष्ट, संदीप रावत,शौर्य प्रताप सिंह, गोपाल दत्त पंत,दिनेश जोशी,मंदिर समिति देवराडा के अध्यक्ष भुवन चंद हटवाल,
उत्सव डोली के साथ नंदाक बधाण समिति अध्यक्ष नरेश गोड़,दयाराम गोड़,मंसाराम गोड़, योगेश्वर गोड़,कन्हैया प्रसाद गोड़, अनुसूया प्रसाद गोड़, लक्ष्मी प्रसाद गोड़,बच्ची राम गोड़,सुनील कुमार गोड़,रमेश गोड़,मनोहर गोड़ आदि अनेक देवी भक्तों ने लोकजात यात्रा को सातवें पड़ाव चेपड्यो तक मां नंदा को अपने ससुराल के लिए विदा किया ।