सिंचाई खंड थराली मे वित्तीय अनियमित्ताओं की एसआईटी जांच और ई.ई की नियुक्ति की दो सूत्रीय मांगों को लेकर स्थानीय ठेकेदारों ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

नवीन चन्दोला- थराली, चमोली। आज सोमवार को ठेकेदार संघ थराली द्वारा अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर उपजिलाधिकारी थराली के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर सिंचाई खंड थराली में स्थायी अभियंता की नियुक्ति तथा विगत 3 वर्षों की वित्तीय अनियमितताओं की एसआईटी जांच की मांग की है।

आज सोमवार को ठेकेदार संघ थराली के अध्यक्ष पुष्कर सिंह फरस्वाण के नेतृत्व में थराली,देवाल,नारायणबगड़ के ठेकेदारों द्वारा तहसील परिसर थराली में जमकर नारेबाजी की और सिंचाई कार्यालय के बाहर थराली- देवाल मोटर मार्ग पर सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज का पुतला दहन किया। सिंचाई खण्ड थराली के प्रभारी ई. ई राजकुमार चौधरी पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए ठेकेदार संघ थराली ने उपजिलाधिकारी थराली के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

ज्ञापन में ठेकेदारों का कहना है कि सिंचाई खंड थराली के प्रभारी अधिशासी अभियंता राजकुमार चौधरी 10 वर्षों से अभियंता के पद पर कार्यरत है, और वर्ष 2021 से प्रभारी अधिशासी अभियंता का अतिरिक्त प्रभार भी उक्त अभियंता के पास है, इस बीच उनके द्वारा सरकार द्वारा स्वीकृत धनराशि पर कोई भी निविदा नियमानुसार आमंत्रित किए बिना ही मनमाने रूप से अपने चहेतों को अनुबंध गठित कर सरकारी धन का नियम के विरुद्ध दुरुपयोग किया जा रहा है।

ज्ञापन में ठेकेदारों का कहना हैं उक्त अधिकारी के खिलाफ पूर्व में भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों, ठेकेदारों द्वारा उच्च अधिकारियों को ज्ञापन के माध्यम से शिकायत की थी, लेकिन ऊंची राजनीतिक पहुंच के चलते उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं हुई, जिस कारण उक्त अभियंता के हौसले बुलंद हैं और प्रभारी अधिशासी अभियंता लगातार नियमों को ताक पर रखकर अपने चहेते ठेकेदारों को लाभ पहुंचा रहे हैं।

ठेकेदारों ने कहा अगर उक्त अधिकारी के खिलाफ उचित कार्यवाही नहीं होती हैं तो एक अगस्त से ठेकेदार संघ आंदोलन के लिए मजबूर होगा। इस सम्बन्ध में सिंचाई खंड थराली के प्रभारी अधिशासी अभियंता राजकुमार चौधरी ने दूरभाष पर हुई बातचीत में बताया कि लंबे समय से कुछ लोगों द्वारा मुझ पर अनैतिक तरीके से नियमों के विरुद्ध कार्य करने का दबाव बनाया जा रहा था,जब मेरे द्वारा उन्हें विभाग की नियमावली का हवाला देते हुए उनके कार्यों को करने से मना किया गया, जिसको लेकर वह मेरी छवि धूमिल कर रहें हैं, मैं किसी भी जाँच के लिए तैयार हूँ।

ज्ञापन में महावीर सिंह बिष्ट,एल एस रावत, देवी जोशी, अनिल देवराड़ी,देवराज रावत,दर्शन सिंह नेगी, भास्कर पांडे,पुष्कर सिंह फरस्वान,रंजीत सिंह, युवराज सिंह बसेड़ा, बलवंत सिंह, दिनेश चंद्र, किशोर कुनियाल आदि के हस्ताक्षर हैं।

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