थराली-सूना-पैनगढ के ग्रामीणों ने पुल निर्माण की मांग को लेकर तहसील मुख्यालय पर किया प्रदर्शन

नवीन चन्दोला/ केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज थराली। प्राणमती नदी पर पुल निर्माण की मांग को लेकर थराली, सूना,पैनगढ़ के ग्रामीणों ने थराली तहसील पर प्रदर्शन किया, ग्रामीणों ने सरकार और शासन- प्रशासन के विरोध में तहसील परिसर में जमकर नारेबाजी की।

आज शुक्रवार को सूना, थराली,पैनगढ़ के ग्रामीण थराली गांव से जुलूस निकालकर कोटडीप, थराली बाजार से होते हुए तहसील मुख्यालय में पहुंचे,ग्रामीण हाथ में तख्तियां लिए पुल निर्माण की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों का कहना है 13 अगस्त और 17 अगस्त को सोल क्षेत्र में बादल फटने के कारण प्राणमति नदी में आए जलजले ने प्राणमति नदी पर थराली गांव को थराली नगर से जोड़ने वाले पैदल पुल(झूलापुल) और मोटर पुल को भी बहा दिया था,

उस समय ग्रामीणों को कई दिन बिना बिजली के अंधेरे में रहना पड़ा,खाद्यान्न की समस्या पैदा हुई,विद्यालयों,दुकानों तथा कामगार लोगों का काम से भी सम्पर्क टूट गया था और आपातकालीन स्थिति में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई थी तथा आवश्यक वस्तुओं का अभाव हो गया था जिस कारण हजारों की आबादी वाले क्षेत्र का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था ।

कुंवर सिंह रावत का कहना हैं आपदा के बाद दो बार ग्रामीणों द्वारा बनाए वैकल्पिक पैदल पुल भी बह गए वह भी बह गए फिर अन्त मे लोक निर्माण विभाग ने वैकल्पिक मोटर पुल बनाया जो वर्तमान समय में किसी बड़ी दुर्घटना को दावत दे रहा है। मोहनी बहुगुणा ने कहा अभी तक सरकार में बैठे जनप्रतिनिधियों, शासन-प्रशासन तथा विभागीय अधिकारीयों ने प्राणमति नदी पर पुल बनाने की कोई कार्यवाही शुरू नही की है।

ग्राम समिति के कुवर सिंह ने यह भी कहा कि कई बार लिखत एव मौखिक रूप में प्रशासन, लोक निर्माण विभाग थराली को भी कह चुके है, लेकिन पुल निर्माण की कार्यवाही शुरू तक नही हो पाई है। ग्रामीणों ने बताया कि गांवों से सैंकड़ों छोटे-छोटे बच्चे थराली बाजार के स्कूलों को आते है,बीमार तथा महिलाएं रोजमर्रा के काम को लेकर इस नदी पर बने वैकल्पिक लकड़ी के पुल से गुजरते है।

वर्तमान समय में वैकल्पिक लकड़ी का पुल सुरक्षित नही है, बरसात में पानी बढ़ने के साथ वह भी वह जाएगा। ग्रामीणों ने शीघ्र पुल का निर्माण नहीं किए जाने पर फिर उग्र आंदोलन,धरना प्रदर्शन,अनशन करने की चेतावनी दी है। ग्रामीणों ने उपजिलाधिकारी थराली के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा जिलाधिकारी चमोली को पत्र प्रेषित किया गया,

जिसमें यह कहा गया कि यदि शीघ्र उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है तो ग्रामीण धरना, प्रदर्शन एवं आमरण अनशन करने को बाध्य होंगे,तथा आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे,जिसमें कुंवर सिंह, मोहन प्रसाद,सुरपाल रावत, प्रकाश चन्दोला, प्रकाश चंदोला ,दिनेश देवराड़ी,नरेश देवराड़ी,दिनेश जोशी, नित्यानंद देवराड़ी, आदि लोगों के हस्ताक्षर हैं।

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