प्रधानमंत्री आवास योजना से वंचित हैं उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों के लाभार्थी
(नवीन चन्दोला) थराली। उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री आवास योजना का गरीब,असहाय,विकलांग तथा आर्थिक रुप से कमजोर लोंगो को आजतक लाभ नहीं मिल पाया है, इसे स्थानीय जनप्रतिनिधियों की लापरवाही माने या सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों की लापरवाही समझें, पहाड़ो में प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ आजतक खासतौर पर पहाड़ो में नहीं मिल पाया है।
ऐसा ही एक मामला चमोली जनपद के विकासखंड थराली के अंतर्गत हरचंद गांव का हैं, केदार सिंह गुसाई की कच्ची मकान जो पहले से कुछ क्षतिग्रस्त थी अब और अधिक क्षतिग्रस्त हो चुकी है। भारी बरसात के कारण 17 अगस्त को उनकी मकान में दरारें पड़ गई है, बरसाती मौसम के चलते केदार सिंह गुसाईं के कच्चे मकान की दीवारों में दरार आ चुकी हैं, और दो कमरों के इस कच्चे मकान की मिट्टी तथा पत्थर से बनी छत भी कभी भी टूट सकती है।
केदार सिंह गुसाईं एक निर्धन विकलांग व्यक्ति है, जो गांव वालों का हल लगाकर तथा खेती-बाड़ी कर अपना गुजर बसर करता है,और घर में अकेले ही रहता है, जिसका एक छोटा बेटा है, वह भी प्राइवेट नौकरी कर 5- 6 हजार महीने के कमा पाता हैं, केदार सिंह गुसाईं जो कई समय से योजना का लाभ मिलने की प्रतिक्षा में हैं लेकिन कई वर्षों से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ आजतक भी केदार सिंह गुसाईं को नहीं मिल पाया है।
हर साल आपदा के दौरान केदार सिंह गुसाई की मकान दिन प्रतिदिन क्षतिग्रस्त होता जा रहा है लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि तथा शासन प्रशासन ने आज तक उन्हें आवास की सुविधा नहीं दी गई है और न ही मुआवजा दिया गया है केदार सिंह एक विकलांग व्यक्ति है जिस कारण काफी परेशानियाें का सामना उनको करना पड़ता है, इसलिए उन्होंने शासन प्रशासन,जनप्रतिनिधियों तथा सरकार से उचित मुआवजे तथा प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देने की मांग की है।