सरकार की दोमुँही नीति : एक तरफ अटल उत्कृष्ट विद्यालय दूसरी तरफ हाशिये पर व्यवस्था
सरकार की दोमुँही नीति : एक तरफ अटल उत्कृष्ट विद्यालय दूसरी तरफ हाशिये पर व्यवस्था
रमेश राणा/केदारखंड एक्सप्रेस
पोखरी। राजकीय गोदली के तीन प्रवक्ता और दो एलटी शिक्षक अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के लिए चयनित हुए हैं जिस कारण यहाँ पद खाली हो गये। ऐसे में छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटका गया है।
बताते चलें कि राज्य सरकार द्वारा हर ब्लॉक में दो-दो अटल उत्कृष्ट विद्यालय बनाए गए हैं इन विद्यालयों के लिए शिक्षकों की तैनाती कर दी गई है। गोदली इंटर कॉलेज के तीन प्रवक्ता तथा एलटी के 2 शिक्षकों की चयनित होने पर उन्हें रिलीव कर दिया गया है। इस कारण कॉलेज शिक्षकों के 5 पद खाली हो गए हैं। सोचनीय और गंभीर विषय तो यह है कि एक तरफ सरकारे अटल उत्कृष्ट विद्यालय बना रही हैं और दूसरी तरफ पहले से जिन विद्यालयों में अच्छी खासी व्यवस्था चल रही है वहां की व्यवस्थाओं को हाशिए पर धकेल रही है तो इसे सरकार की दोमुँही नीति न कहे तो और क्या कहें।
गोदली इंटर कॉलेज में महत्वपूर्ण पांच विषयों के अध्यापक चले जाने से छात्रों के भविष्य के साथ भारी खिलवाड़ किया गया है। क्षेत्र पंचायत सदस्य संतोष नेगी, मसौली क्षेत्र पंचायत राधा रानी रावत , प्रधान सज्जन सिंह, प्रधान प्रेम सिंह नेगी समेत तमाम क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर शिक्षकों के खाली पड़े पदों पर नियुक्ति की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि हापला घाटी के मसोली, गुंडम कलसीर पार्टी जखमाला नौली सिदोली श्रीगढ़ कई गांवों के
छात्र-छात्राएं राजकीय इंटर कॉलेज गोदली में अध्ययन करने के लिए आते हैं यहां 250 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। लेकिन हिंदी रसायन विज्ञान इतिहास विषय के प्रवक्ता तथा एलटी के अंग्रेजी व गणित के अध्यापक अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में चयनित होने पर यहां की पद खाली होने से छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है। उन्होंने कहा कि सरकार को तत्काल रिक्त शिक्षकों के पदों पर नियुक्ति करने चाहिए ताकि बच्चों का भविष्य खराब ना हो।