संकट: उत्तराखंड में रिकॉर्ड स्तर पर बिजली की डिमांड, कटौती बरकरार, एक मई से कुछ राहत मिलने के आसार
संकट: उत्तराखंड में रिकॉर्ड स्तर पर बिजली की डिमांड, कटौती बरकरार, एक मई से कुछ राहत मिलने के आसार
केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज़
यूपीसीएल के एसई कॉमर्शियल गौरव शर्मा ने बताया कि शनिवार के लिए करीब 48.32 मिलियन यूनिट बिजली की डिमांड है। इसके सापेक्ष राज्य व केंद्रीय पूल से 31.66 मिलियन यूनिट बिजली उपलब्ध है।
गर्मी बढ़ने के साथ ही प्रदेश में बिजली की खपत बढ़ती जा रही है। शनिवार के लिए ऊर्जा निगम ने बिजली की रिकॉर्ड 48.32 मिलियन यूनिट डिमांड अपेक्षित की है। इसके सापेक्ष बिजली खरीदने के बावजूद साढ़े तीन मिलियन यूनिट बिजली की कमी है, जिस वजह से शनिवार को भी ग्रामीण, कस्बों, छोटे शहरों में दो से चार घंटे तक की कटौती हो सकती है। शुक्रवार को प्रदेश भर में बिजली कटौती हुई। ग्रामीण क्षेत्रों में दो घंटे की कटौती दिन में और देर रात भी कुछ देर कटौती हुई। छोटे कस्बों में एक घंटे, फर्नेश इंडस्ट्रीज में चार से पांच घंटे की कटौती हुई। हालांकि ऊर्जा निगम का दावा है कि लगातार चौथे दिन इंडस्ट्रीज में कटौती नहीं की गई है। यूपीसीएल के एसई कॉमर्शियल गौरव शर्मा ने बताया कि शनिवार के लिए करीब 48.32 मिलियन यूनिट बिजली की डिमांड है।इसके सापेक्ष राज्य व केंद्रीय पूल से 31.66 मिलियन यूनिट बिजली उपलब्ध है। 16.66 मिलियन यूनिट बिजली की कमी है, जिसके सापेक्ष यूपीसीएल ने 13.34 मिलियन यूनिट बिजली खरीद ली है। इसके बाद भी साढ़े तीन मिलियन यूनिट बिजली की किल्लत है। हालांकि यूपीसीएल प्रबंधन का कहना है कि इस कमी को शनिवार को रियल टाइम मार्केट से पूरा करने की कोशिश की जाएगी। असम से 20 मेगावाट बिजली और मिलेगी
ऊर्जा निगम ने किल्लत के इस दौर में केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय से 100 मेगावाट बिजली की मांग की थी। इसमें से एनटीपीएस के असम के बोंगई गांव स्थित पावर प्लांट से यूपीसीएल को 36 मेगावाट बिजली मिल गई थी। अब 20.67 मेगावाट बिजली एक मई से और मिलनी शुरू हो जाएगी। इससे निगम को कुछ राहत मिलने के आसार हैं।