संकट मोचन की भूमिका निभाने वाले गुप्तकाशी बसुकेदार जखोली मोटर मार्ग की कर रहा उपेक्षा, टल्ले लगाकर कर रहे कर्तव्यो की इतिश्री
संकट मोचन की भूमिका निभाने वाले गुप्तकाशी बसुकेदार जखोली मोटर मार्ग की कर रहा उपेक्षा, टल्ले लगाकर कर रहे कर्तव्यो की इतिश्री
केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज़
बसुकेदार। जखोली- केदारनाथ आपदा में संकटमोचक की भूमिका निभाने वाले बसुकेदार-गुप्तकाशी मोटर मार्ग अब लोक निर्माण विभाग उखीमठ के इंजीनियरों के लिए दुधारू गाय साबित हो रही है। यहां हर डामरीकरण के नाम पर टल्ले लगाकर बजट के वारे न्यारे किए जा रहे हैं। जनता हर बार तहसील दिवस से लेकर बड़े अधिकारियों तक मोटर मार्ग पर डामरीकरण की मांग कर चुकी है लेकिन विभाग टल्ले लगाकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर रहा है।
आपको बताते चलें कि जखोली बसुकेदार गुप्तकाशी मोटर मार्ग ने वर्ष 2013 की केदारनाथलकी दैवीय आपदा में जीवनदायनी के रूप में काम किया था, किन्तु कई बार इसके पूर्ण डामरीकरण के लिए तहसील दिवस, प्रतिनिधि, और उच्चाधिकारियों से मांग की गई किन्तु कभी भी इस समस्या का समाधान नही हो सका।आज जब फिर इस पर काम चल रहा है तो लोक निर्माण विभाग उखीमठ से फोन वार्ता हुई तो यही कहा गया कि पैसे कम होने के कारण सिर्फ पेच ही भरे जा सकते है। सवाल यह है कि आखिर क्षेत्र की इस पीड़ा को सुनेगा कौन? वही केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के बाधित होने पर भी इस मार का इस्तेमाल वैकल्पिक मार्ग के रूप में किया जाता है। बावजूद इस मार्ग की तरफ किसी का ध्यान नही है।
सामाजिक कार्यकर्ता अजय भण्डारी का कहना है कि अगर इसे पूर्ण डामरीकरण न किया गया तो क्षेत्र की जनता जन आंदोलन को बाध्य होगी,ट।