देखिए किस एतिहासिक शिवमंदिर के जीर्णोद्वार की पृष्ठभूमि रखी गई।
देखिए किस एतिहासिक शिवमंदिर के जीर्णोद्वार की पृष्ठभूमि रखी गई।
केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज़
नवीन चंदोला
कौब -(दिव्यता एवं सुंदरता का संगम)समुद्रतल से लगभग ६००० मीटर की ऊंचाई पर स्थित गौरवशाली कौनपुर चोटी की तलहटी मे, विकासखंड नारायणबगड़ से लगभग ८ किलोमीटर दूर बसे कोबेश्वर महादेव की भूमि में बसी ग्रामसभा कौब, जो की स्वयं में पर्यटन की असीम सम्भावनाओं को लिए हुए है। सुरम्य चीड़, बुरांश एवं देवदार के दरख्तों से घिरा हुआ इस ग्रामसभा का लगभग 5 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ क्षेत्र भविष्य की अनंत उम्मीदों को लिए हुए है। इसकी अद्भुत भौगोलिक सरंचना ही इसकी प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा की स्वयं गवाही है।
विशालकाय हरे भरे खेतों के मध्य सरंचनात्मक रूप से रहस्यमयी विशाल देवीय टीले पर विराजमान देवो के देव महादेव का माहेढ़ोंन मंदिर जहाँ से नंदादेवी, चौखम्बा, नंदा घुँघंटी, कैलाश शिखर, पंच- चूली, हाथी पर्वत, वैदिनीबूंग्याल शिखरों सहित हिमाच्छादित हिमालय का देवीय रूप दृष्टिगोचर होता है। इस स्थान की अध्यात्मिक शक्ति एवं चारो ओर का विहंगम दृश्य मन को असीम शांति से सराबोर कर देता है।
24 अप्रैल 2022 को इस एतिहासिक शिवमंदिर के जीर्णोद्वार की पृष्ठभूमि रखी गई ।
ग्रामीणों का कहना हैं हम सौभाग्यशाली हैं की हमारी पीढ़ी इस भागीरथ प्रयास की साक्षी बन रही है।
वे सभी महारथी जो इस साहसिक पहल के सूत्रधार हैं, साधुवाद के पात्र हैं । महादेव इस अनुष्ठान को पूरा होने का अवश्य आशीर्वाद देंगे।