गर्मी शुरू :निगोल नदी सहित गाढ-गधेरो मे कीटनाशक से जलीय जन्तुओ का अस्तित्व खतरे मे।

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  गर्मी शुरू :निगोल नदी सहित गाढ-गधेरो मे कीटनाशक से जलीय जन्तुओ का अस्तित्व खतरे मे।

राजेन्द्र असवाल/केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज़

पोखरी । 

 गर्मी शुरू होते ही क्षेत्र के नदी व गधेरो मे जलीय जन्तुओ का अस्तित्व खतरे मे आ जाता है। इसे रोकने के लिए भाजपा ग्रामीण मंडल पोखरी ने  केदारनाथ वन प्रभाग के वन क्षेत्र नागनाथ को पत्र लिखकर मांग की है, मई व जून माह में  लोगो द्वारा क्षेत्र के गाढ गधेरो से लेकर अलकनंदा नदी की सहायक नदी, निगोल नदी मे मच्छी मारने के लिए बिल्चिंग पावडर का कट्टो के हिसाब से उपयोग किया जाता है। कई लोग तो बिजली के तार से केबिल नदी मे डालकर भी मच्छी मारते है 

कई लोगो की  तो कंरट से मौके पर ही मौत भी हो चुकी है।उन्होने कहा कि बिल्चिंग पावडर का इस्तेमाल क्षेत्र के गाड-गधेरो व अधिक निगोल नदी मे किया जाता है, और इस पावडर से मच्छी के साथ -साथ उनका बीज भी संपूर्ण रूप से नष्ट हो जाता है।और साथ ही अन्य सभी जलीय जन्तु भी नष्ट हो जाते है, इससे नदी का जल भी प्रदूषित होने के साथ ही पर्यावरण संतुलन बिगड जाता है।भाजपा ग्रामीण मंडल के अध्यक्ष भंडारी ने कहा कि मार्च से लेकर जून आखिर तक निगोल नदी के उद्गम स्थल हापला के हनोली से नीचे कंडारी गांव उत्तरो तक शरारती तत्वो द्वारा लगातार भारी मात्रा मे कीटनाशक/बिल्चिंग पावडर का इस्तेमाल कर जलीय जन्तुओ का अस्तित्व समाप्त किया जाता है। उन्होने वन क्षेत्राधिकारी नागनाथ से क्षेत्र के ग्राम प्रहरी व जनप्रतिनिधयो से सहयोग लेकर जलीय जन्तुओ का अस्तित्व खतरे मे डालने वाले लोगो के विरुद्ध कडी कार्रवाई करने की मांग की गयी है।

फोटो:- वीरेंद्रपाल भंडारी अध्यक्ष भाजपा ग्रामीण मंडल पोखरी। 

फोटो:-  वामनाथ क्षेत्र से गुजरने वाली निगोल नदी ।

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