शिकायतों का निस्तारण न होने पर प्रधानों ने खोला अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा, वाहन छोड़कर रफू-चक्कर हुए सीडीओ

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शिकायतों का निस्तारण न होने पर प्रधानों ने खोला अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा, वाहन छोड़कर रफू-चक्कर हुए सीडीओ


डैस्क : केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज़

रुद्रप्रयाग। क्षेत्र पंचायत ऊखीमठ की बैठक में अधिकारियों द्वारा सवालों का सही जवाब न देने और पूर्व में दर्ज शिकायतों का निस्तारण न किये जानेपर आक्रोशित प्रधान संगठन ने क्षेत्र पंचायत की बैठक का बहिष्कार कर लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार किया। साथ ही चेतावनी दी कि यदि भविष्य में भी अधिकारी इस प्रकार से अपने दायित्वों के प्रति उदासीन रहे तो लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोला जायेगा। प्रधान संगठन के बहिष्कार के बाद भी क्षेत्र पंचायत की बैठक का संचालन होने पर प्रधान संगठन ने नाराजगी व्यक्त की।

क्षेत्र पंचायत प्रमुख श्वेता पाण्डेय की अध्यक्षता में आयोजित बैठक निर्धारित समय से आधे घंटे विलम्ब से शुरू हुई तो पंचायत प्रतिनिधियों में पूर्व से ही आक्रोश देखा जा रहा था। जनप्रतिनिधियों का कहना था कि बैठक निर्धारित समय से शुरू हो जानी चाहिए थी, क्योंकि बैठक के बाद सीमान्त क्षेत्रों के जनप्रतिनिधियों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बैठक शुरू होने के बाद खण्ड विकास अधिकारी ने पिछली बैठक में दर्ज शिकायतों की जानकारी देते हुए कहा कि 20 विभागों में दर्ज शिकायतों का मात्र पांच विभागों के परित्तोतर प्राप्त हुए हैं, जिस पर जनप्रतिनिधि भड़क उठे और आक्रोश जताते हुए कहा कि यदि पूर्व में दर्ज शिकायतों का निस्तारण न होने से स्पष्ट हो गया है कि अधिकारी अपने कर्तव्यों के प्रति निष्ठावान नहीं है तथा अधिकारियों द्वारा जनता के हितों व पंचायत प्रतिनिधियों की अनदेखी की जा रही है। बैठक में पहली चर्चा सिंचाई विभाग केदारनाथ खण्ड अगस्त्यमुनि से शुरू हुई तो अधिशासी अभियन्ता द्वारा पूर्व में दर्ज शिकायतों का सही जानकारी न देने पर ठीक प्रधान संगठन ने सदन का बहिष्कार कर बाहर निकलकर लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। ठीक साढ़े बारह बजे क्षेत्र पंचायत प्रमुख व खण्ड विकास अधिकारी प्रधान संगठन से वार्ता करने ब्लॉक के प्रवेश द्वार पर पहुंचे तो प्रधान संगठन ने कहा कि जब कृषि अधिकारी कह रहे हैं कि गांव में हुए विकास कार्यों के लिए प्रधान के प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है तो ऐसे में विकास कार्य सही तरीके से किस प्रकार होंगे।


प्रधान संगठन ने कहा कि क्षेत्र पंचायत की बैठक को मात्र खानापूर्ति के लिए रखा गया है। बैठक में अधिकारी अपने दायित्वों के प्रति उदासीन बने हुए हैं। प्रधान संगठन के बहिष्कार के बाद भी बैठक का संचालन होने पर प्रधान संगठन ने नाराजगी व्यक्त की। इस मौके पर प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष रावत, संरक्षक सन्दीप पुष्वाण, वरिष्ठ उपाध्यक्ष त्रिलोक रावत, महामंत्री विजयपाल नेगी, मीडिया प्रभारी योगेन्द्र नेगी, कोषाध्यक्ष हर्षवर्धन सेमवाल, कुन्ती नेगी, अरविन्द राणा, महावीर नेगी, अरविन्द रावत, सुदर्शन राणा, आशा सती, शान्ता रावत, प्रमिला देवी, बिक्रम सिंह नेगी, कुवर सिंह बजवाल, मनोरमा देवी, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, जिला विकास अधिकारी रमेश चन्द्र, तहसीलदार दीवान सिंह राणा, बीरेन्द्र भण्डारी सहित विभिन्न क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद थे।

अपना वाहन छोड़कर रफू-चक्कर हुए सीडीओ

रुद्रप्रयाग। प्रधान संगठन के क्षेत्र पंचायत की बैठक का बहिष्कार करने के बाद भी बैठक सुचारू रूप से चलने व बैठक के बाद मुख्य विकास अधिकारी द्वारा अपना वाहन ब्लॉक परिसर में छोड़कर दूसरे रास्ते जिला मुख्यालय रफू-चक्कर होने पर आक्रोशित प्रधान संगठन ने ब्लॉक मुख्यालय के मुख्य गेट पर ताला जड़कर तहसील प्रशासन के माध्यम से जिला पंचायत को ज्ञापन भेज दिया है। प्रधान संगठन का कहना है कि जब प्रधान संगठन द्वारा क्षेत्र पंचायत की बैठक का बहिष्कार किया गया तो बहिष्कार के बाद क्षेत्र पंचायत की बैठक किस कोरम के तहत संचालित हुई। मुख्य विकास अधिकारी को बैठक के बाद प्रधान संगठन से वार्ता करनी चाहिए थी, मगर मुख्य विकास अधिकारी वार्ता करने के वजाय अपने सरकारी वाहन को छोड़कर दूसरे रास्ते रफू-चक्कर हो गये। प्रधान संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक मुख्य विकास अधिकारी प्रधान संगठन से वार्ता नहीं करेंगे, तब तक ब्लॉक के मुख्य गेट पर ताला लगा रहेगा।

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