भाजपा के दलबदलू नेताओं का खेल जारी, कभी यहाँ कभी कहाँ पता नहीं
दलबदलू नेताओं का खेल जारी, कभी यहाँ कभी कहाँ पता नहीं
संदीप बर्त्वाल/केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज़
चमोली। 2022 का चुनाव नजदीक आ चुका है और अपने व्यक्तिगत हितों को देखते हुए नेताओं का दलबदल करना आम बात हो गई है चमोली में भाजपा के एक दलबदलू नेता ने इसी की पुनरावृति की है। जी हां बात कर रहे हैं विनोद कप्रवाण की। जो अपने व्यक्तिगत हितों को साधने के लिए कभी इस दल तो कभी उस दल में शामिल हो रहे है। उनके इस तरह से दल को छोड़ना और फिर दल में शामिल होना का तात्पर्य कहीं से भी ऐसा नहीं लग रहा है कि वह जनता के लिए कोई बलिदान दे रहे हो।
अब खबर चल रही हैं कि भाजपा से रूठ कर आम आदमी पार्टी का दामन थामने वाले भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी के नजदीकी माने जाने वाले विनोद कप्रवाण ने शुक्रवार को देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और बद्रीनाथ विधायक महेंद्र भट की मौजूदगी में एक बार फिर भाजपा का दामन थाम लिया है। इनका पहले भाजपा छोडने का कारण यह बताया जा रहा है कि इनकी पार्टी में घोर उपेक्षा हो रही थी।
कप्रवाण के आम आदमी पार्टी का दामन थामने के बाद चमोली में जहां भाजपा को बड़े नुकसान का अंदाजा लगाया जा रहा था। वही उनके भाजपा में लौटे के बाद एक बार फिर चमोली में भाजपा को फिर मजबूती मिलेगी आम आदमी पार्टी को गढ़वाल क्षेत्र में एक बड़ा झटका लगा है। एक वर्ष पूर्व भाजपा में तवज्जो न मिलने के चलते उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था। आम आम आदमी पार्टी के सूत्रों के अनुसार 2022 के विधानसभा चुनाव में बद्रीनाथ विधानसभा से टिकट को लेकर चल रही नूरा कुश्ती के चलते कपरूवाण एक बार फिर भाजपा में लौट आए हैं।
एक बात तो साफ है कि विनोद कप्रवाण को न पहले भाजपा ने अहमियत दी और ना आम आदमी पार्टी ने। ऐसे में भाजपा में वापसी कोई बडी़ बात नहीं है बल्कि वे उनकी मजबूरी हो गई थी। लेकिन जनता सब जानती है, दलबदलू नेताओं को भविष्य में कितना साथ देती है यह देखना बाकी है।