जखोली के नाम से छेड़छाड़ हुई तो होगा जनांदोलन: बिना प्रस्ताव के मूर्तियों को स्थापित करने पर भी उठाया सवाल
जखोली के नाम से छेड़छाड़ हुई तो होगा जनांदोलन: गहरवार बिना प्रस्ताव के मूर्तियों को स्थापित करने पर भी उठाया सवाल
मुख्यमंत्री के घेराव की चेतावनी
रुद्रप्रयाग। विकासखंड जखोली बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख अर्जुन सिंह गहरवार ने विकासखंड जखोली के नाम को स्व0 सत्ये सिंह राणा किये जाने की घोषणा का पुरजोर विरोध किया है। उन्होंने कहा कि विकासखंड जखोली के नाम से छेड़छाड़ की गई तो जन आंदोलन छेड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि जल्द मुख्यमंत्री ने अपनी घोषणा वापस नहीं ली तो वह मुख्यमंत्री का भी घेराव करेंगे।
जखोली बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख अर्जुन सिंह गहरवार ने कहा कि निसंदेह विकासखंड जखोली की स्थापना में स्व0 सत्ये सिंह राणा जी की बहुत बड़ी भूमिका थी और उन्होंने ही विकासखंड का नाम जखोली रखा था। अब उनके ही रखे नाम के साथ छेड़खानी की जा रही है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्व0 सत्ये सिंह राणा जी मूल रूप से टिहरी जनपद के भिलंगना विकासखंड के निवासी हैं। मुख्यमंत्री उनके नाम से भिलंगना विकासखंड का नाम रख सकते हैं। या अन्य संस्थानों के नाम उनके नाम पर रखे जा सकते हैं।
श्री गहरवार ने विकासखंड जखोली में स्व0 इंद्रमणि बडोनी और वीरभड़ माधो सिंह भंडारी की मूर्ति स्थापना पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि बिना प्रधानों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों और जिला पंचायत सदस्यों की सहमति के बिना मूर्तियां स्थापित की गई हैं। कोई भी कार्य बीडीसी के सदस्यों से प्रस्ताव पारित कर किया जाये। विकासखंड जखोली के अंदर कोई भी कार्य प्रधानों क्षेत्र पंचायत सदस्यों और जिला पंचायत सदस्यों के प्रस्ताव के बिना किया जाता है तो उसका “जखोली विकासखंड बचाओ संघर्ष समिति” विरोध करेगी। जनप्रतिनिधि जनता का आदमी होता है उसके बिना कोई भी कार्य किया जाता है तो वह जनप्रतिनिधि का अपमान है और हम किसी के सम्मान के साथ छेड़खानी नहीं करने देंगे।