विश्लेषण : रोमांचक मोड़ पर रूद्रप्रयाग नगर पालिका चुनाव, प्रत्याशी लगा रहे दमखम

-कुलदीप राणा "आजाद"/सम्पादक केदारखण्ड एक्सप्रेस

रूद्रप्रयाग। पहाड़ के मौसम का तापमान भले ही गिरा हुआ है किन्तु यहाँ इन दिनों निकाय चुनावों की आबोहवा ने पहाड़ का सियासी पारा गरमा रखा है। 7837 मतदाता वाले रूद्रप्रयाग नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के लिए भाजपा कांग्रेस समेत चार प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। भाजपा से चन्द्र मोहन सेमवाल, कांग्रेस से दीपक भण्डारी जबकि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में संतोष रावत और अशोक चौधरी ने ताल ठोक रखी है।

रूद्रप्रयाग में चारों प्रत्याशियों का प्रचार अभियान अपने चरम पर है। बैनर पोस्टरों से जहाँ घर गलियों की दीवारें अटी पड़ी हैं वही सार्वजनिक प्रतिक्षालयों से लेकर मूत्रालयों तक भी प्रत्याशियों को पोस्टर पहुंचे हुए हैं। प्रत्याशियों द्वारा गीतों का भी खूब सहारा लिया गया है जिसमें अपना खूब महिमा मंडल किया गया है। प्रत्याशियों द्वारा बनाये गये गढवाली गीतों के कानफोडू शोर से जहाँ अब शहर के लोग परेशान हो हैं वहीं नगर में प्रचारकों की दर्जनों टोलियों से भी लोग परेशान हैं। बावजूद प्रत्याशियों द्वारा वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोडी जा रही है सभी प्रकार के लोभ-परलोभ दिये जा रहे हैं।

अब जरा प्रत्याशियों के मजबूत वार्डों और वहाँ के वोटरों पर प्रकाश डालते हैं। भाजपा प्रत्याशी चन्द्रमोहन सेमवाल का गढ 1498 मतदाता वाले महादेव मौहल्ला पुनाड वार्ड को माना जा रहा है। क्योंकि वे उसी वार्ड से आते हैं। हालांकि राजनैतिक रूप से चन्द्र मोहन सेमवाल की पृष्ठभूमि बहुत लम्बी नहीं है। इससे पूर्व वे रूद्रप्रयाग नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष थे। पिछले 3-4 वर्षों से वे भारतीय जनता पार्टी में सक्रिय रूप से काम कर रहे थे जिसके बाद भाजपा ने उन पर विश्वास जताया और उन्हे टिकट दिया। चन्द्रमोहन सेमवाल लोगों के बीच इस बात को प्रमुखता से कह रहे हैं कि उनकी केन्द्र व राज्य में सरकार हैं इसलिए नगर में भी उनकी सरकार होगी तो बेहतर विकास होगा। हालांकि जनता जनार्दन इस तथ्य पर कितना मोहर लगाती है यह 23 जनवरी को पता लग पायेगा। लेकिन चन्द्रमोहन सेमवाल के पास भाजपा का मजबूत संगठन, रूद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी का लम्बा राजनितिक अनुभव है जिसके बूते वे अपनी जीत पक्की मान रहे हैं।

उधर दूसरी तरफ कांग्रेस ने दीपक भण्डारी पर अपना विश्वास जताया है। दीपक भण्डारी की भी राजनैतिक पृष्ठभूमि बहुत लम्बी नहीं है। ये अपने शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं और पिछले 3 -4 वर्षों से कांग्रेस में सक्रिय रूप से काम कर रहे थे। दीपक भण्डारी का गढ़ 1350 मतदाताओं वाला गुलाबराय/भाणाधार वार्ड माना जा रहा है। दीपक भण्डारी का भी पूरे नगर क्षेत्र के सातों वार्डों में डोर टू डोर कैम्पैनिंग निरंतर चल रही है। वे नगर के बुनियादी मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं अब जनता उन पर कितना विश्वास करती है ? यह भविष्य के गर्भ में है। दीपक भण्डारी के साथ कांग्रेस संगठन के साथ साथ जखोली के निर्वतमान प्रमुख व पूर्व में कांग्रेस से विधायक प्रत्याशी प्रदीप थपलियाल का साथ है जिससे वे भी जीत को लेकर आश्वस्त हैं।

वहीं निर्दलीय प्रत्याशी अशोक चौधरी भी कांग्रेस और यूकेडी जैसी पार्टियों से जुड़े रहे। रूद्रप्रयाग में समसामयिक विषयों पर अपनी बेबाक राय, शहर की विभिन्न रामलीलाओं में रावण का किरदार निभाने के साथ साथ वर्ष 2013 में रूद्रप्रयाग नगर पालिका का चुनाव लड़कर दूसरे स्थान पर रहे अशोक चौधरी इस बार भी मुकाबले में जबरदस्त टक्कर दे रहे हैं। 649 मतदाताओं वाले बेलनी वार्ड को अशोक का गढ माना जा रहा है किन्तु उनकी सेंधमारी सभी वार्डो में रहती हैं। अशोक चौधरी ने नगर पालिका के रूटीन कार्यों के अलावा बेहतर शिक्षा के मॉडल, नशामुक्ति, रोजगार के अवसरों को पैदा करने पर जोर दिया है। नगरवासी उनके एजेण्डा को हाथों हाथ लेते हैं या फिर नहीं, इसका आने वाले समय में पता चलेगा।

एक और निर्दलीय प्रत्याशी जिन्हें कांग्रेस का बागी भी कह सकते हैं, नाम है संतोष रावत। संतोष रावत वैसे रूद्रप्रयाग नगर पालिका के लिए नये चेहरे नहीं हैं वे इससे पूर्व नगर पालिका के वार्ड नम्बर 5 और 6 से सभासद रह चुके हैं। 15 वर्षों से कांग्रेस के विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं जबकि उनका नाम रूद्रप्रयाग के कई स्थानीय आन्दोलन में आता है। इस बार कांग्रेस में टिकट के प्रबल दावेदार थे किन्तु टिकट ना मिलने पर निर्दलीय ही चुनाव मैदान में कूद गये हैं। संतोष की युवाओं में अच्छी पकड़ है जबकि उन्हें राजनीति का मझा हुआ खिलाड़ी भी माना जाता हैं। कई लोग उन्हें चाणक्य की संज्ञा भी देते हैं। उनका गढ 1042 मतदाताओं वाले सचिदानंद नगर वार्ड को माना जा रहा है जबकि महादेव मौहल्ला वार्ड में भी उनकी बड़ी सेंधमारी का अंदेशा है। हालांकि जनता जनार्दन कितना विश्वास जताती है यह देखना होगा।

कुल मिलाकर देखें तो रूद्रप्रयाग नगर पालिका परिषद में घमासान मचा हुआ है। प्रत्याशी सभी तरह के हथकंडे अपना रहे हैं, हालांकि जैसे जैसे चुनावों का दिन नजदीक होगा वैसे वैसे कुछ स्थितियां साफ भी होने लगेगी। आपको बताते चलें रुद्रप्रयाग नगरपालिका के वार्ड एक तिलनी अमसारी में दो बूथ हैं। बूथ नंबर एक में 620 तथा दूसरे में 624 मतदाता हैं। जबकि वार्ड नंबर 2 अपर बाजार में भी दो बूथ हैं जिसमें बूथ संख्या एक में 624 जबकि दूसरे में 490 मतदाता है। वार्ड नंबर 3 कोटेश्वर खुरड में 986 मतदाता हैं। वार्ड नंबर 4 बेलनी में 649 मतदाता हैं। वार्ड नंबर 5 सच्चिदानंद नगर में 1042 मतदाता है। वार्ड नंबर 6 महादेव मोहल्ला पुनाड में दो बूथ हैं। बूथ संख्या एक में 983 जबकि दूसरे में 515 मतदाता हैं। वार्ड नंबर 7 गुलाब राय भणाधार में भी दो बूथ हैं। बूथ संख्या एक में 664 जबकि दूसरे में 686 मतदाता है। इस तरह रूद्रप्रयाग नगर पालिका में 7837 मतदाता प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।

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