टनल में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने को सरकार ने झोंकी ताकत, बचाव अभियान हुआ तेज
केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज/उत्तरकाशी।
सीएम पुष्कर सिंह धामी के सिलक्यारा सुरंग में जाकर मौके का जायजा लेने का बड़ा असर हुआ है। सुरंग में फंसे सभी 40 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए शासन-प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री ने स्थलीय निरीक्षण के दौरान जिस प्रकार से रेस्क्यू टीमों की हौसलाअफजाई की है,
उसका अभियान पर जबरदस्त प्रभाव पड़ा है। जवान हर विपरीत परिस्थितियों में भी बचाव अभियान को जारी रखते हुए टनल में फंसे श्रमिकों की सुरक्षा के लिए तत्पर हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, उत्तराखंड पुलिस के साथ ही विशेषज्ञों की टीम भी मौके पर डटी है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी टनल में फंसे मजदूरों को सकुशल बाहर निकालने के लिए कोई भी कोर कसर बाकी नहीं रखना चाहते हैं।
इसके लिए सरकार हरसंभव उठा रही है। जहां टनल के अंदर श्रमिकों के जीवन के लिए सभी जरूरी प्रबन्ध किए गए हैं, वहीं उनको बाहर निकालने के बाद स्वास्थ्य रक्षा के लिए अस्पतालों में आवश्यक इंतजाम कर दिए गए हैं।ऑक्सीजन सप्लाई कम्प्रेशर की मदद से पानी की पाइप लाइन के माध्यम से टनल में ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है।
ऑक्सीजन की किसी भी दशा में कमी न हो, इसके लिए अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडरों का भंडारण कर दिया गया है। खाद्य सामग्री एयर पाइप लाइन के माध्यम से पहुंचाई जा रही है। सुरंग के अंदर पाइप लाइन राहत और बचाव अभियान में मददगार साबित हो रही है। इसी पाइपलाइन के जरिए वॉकी-टॉकी के माध्यम से टनल में फंसे हुए मजदूरों से संपर्क स्थापित हो सका है।
दूसरी ओर मजदूरों को बाहर निकाले जाने पर भू-धंसाव प्रभावित क्षेत्र में वेंटीलेशन सुनिश्चित किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों को विशेषज्ञ, जरूरी औषधि उपकरण, एम्बुलेंस सहित सुरंग के द्वार पर तैनात किया गया है। निकटवर्ती जिलों के अस्पतालों और एम्स ऋषिकेश को हाई अलर्ट पर रखा गया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बचाव एवं राहत कार्य अभियान पर नजर रखे हुए है।
सरकार सभी संभव विकल्पों पर काम कर रही है। विशेषज्ञों की सलाह पर मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए दूसरा रास्ता भी बनाया जा रहा है, इसके लिए बड़े व्यास के ह्यूम पाइप हरिद्वार और देहरादून से भेजे जाने की व्यवस्था कर दी गई है। बता दें कि बीते दिवस उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर सिलक्यारा के पास निर्माणाधीन टनल में भू-धंसाव होने से वहां काम कर रहे 40 मजदूर सुरंग में ही फंस गए थे।
हादसे की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पूरा शासन-प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुट गया। सीएम धामी लगातार मौके पर चल रहे रेस्क्यू की निगरानी करते रहे। बचाव अभियान में और तेजी लाने के लिए आज स्थलीय निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया।