एक्सक्लूसिव : गुप्तकाशी पुलिस हिरासत से मुजरिम हुआ फरार, चार दिन से नहीं लगा सुराग
डैस्क : केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज़
रूद्रप्रयाग। जनपद में अपराधी पुलिस कस्टडी से गायब हो जाते हैं और पुलिस देखती रह जाती है। आलम यह है कि पुलिस बीते 4 दिनों से हाथ-पांव मार रही है लेकिन पुलिस हिरासत से गायब हुए व्यक्ति का कहीं पता नहीं चल पा रहा है। ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं जबकि परिजन चिंतित हैं।
पूरा मामला गुप्तकाशी थाने का है जहां 22 दिसम्बर को एसओजी की टीम द्वारा उच्छोला गाँव निवासी सुरेन्द्र सिंह राणा के कब्जे से आधा किलो चरस बरामद हुई थी जिसके बाद पुलिस सुरेन्द्र को गिरफ्तार कर गुप्तकाशी थाने लाई थी।
गुप्तकाशी के पुलिस उपाधीक्षक विमल रावत का कहना है कि 22 दिसंबर को सुरेंद्र सिंह राणा के कब्जे से आधा किलो से ऊपर चरस बरामद हुई थी जिसके बाद एसओजी की टीम द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर गुप्तकाशी थाने लाई थी लेकिन रात के वक्त आरोपी से प्राथमिक पूछताछ के दौरान पुलिस को धक्का मुक्की देकर अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया। उन्होंने कहा पुलिस की अलग-अलग टीमें आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए ढूंढ खोज कर रही है।
दूसरी तरफ परिजन बता रहे हैं कि उनके द्वारा सभी संभावित जगहों पर सुरेंद्र सिंह राणा की खोजबीन की गई लेकिन कहीं भी उनका पता नहीं चल पाया है उन्होंने कहा कि पुलिस की भूमिका पर भी शक हो रहा है कि कहीं सुरेंद्र सिंह राणा के साथ पुलिस ने कोई अनहोनी तो नहीं की है। वही बताया जा रहा है कि सुरेंद्र सिंह राणा की लड़की की अगले महीने शादी होनी है उसी को लेकर उनके पास दो लाख का कैश भी था। जबकि एसओजी की टीम द्वारा सुरेंद्र सिंह को गुप्तकाशी स्थित उनकी दुकान से गिरफ्तार किया और पुलिस ने मुकदमे में छेनागाड से गिरफ्तार होना बताया है। परिजनों का कहना है कि उनकी दुकान से चोरी भी हुई है।
बहरहाल पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं कि आखिर पुलिस हिरासत से कैसे एक व्यक्ति गायब हो जाता है और आखिर 4 दिन दिन व्यतीत हो जाने के बाद भी क्यों व्यक्ति का सुराग नहीं लग पाता है। अगर व्यक्ति के साथ कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी आखिर किसकी है। विदित हो कि उत्तराखंड में केदार भंडारी भी ऋषिकेश पुलिस हिरासत से गायब हुआ था जिसका कहीं महीने बीत जाने के बाद भी अब तक पता नहीं चल पाया है।