गड़बड़ झाला: आखिर क्यों नहीं मिल रही इस मोटरमार्ग को सात साल बाद भी परिवहन विभाग से स्वीकृति

संगीता “सपना” बुटोला केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज/रुद्रप्रयाग।

जाबरी कांदी मोहनखाल मोटरमार्ग को बने दस साल हो चुके हैं। निर्माण कार्य भी पिछले सात साल में पूरा हो गया है। लेकिन आज भी इस मोटरमार्ग को परिवहन विभाग की स्वीकृति का इंतजार है, इस मोटरमार्ग की स्वीकृति को बार-बार इसलिए टाल दिया जाता है कि निम्न गुणवत्ता से इस मोटरमार्ग का निर्माण कार्य किया गया है।

जबकि यहां से लोगों के निजी वाहन, टाटा सूमो, मैक्स सहित लोड ट्रकों का आवागमन बराबर होता है। अब सवाल ये है कि निम्न गुणवत्ता से जो कार्य हुआ है उसका खामियाजा यहां ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। किसी की तबियत खराब होने पर या किसी अन्य इमरजेंसी में एंबुलेंस वाले भी इस मोटरमार्ग पर आने से मना कर देते हैं।

ऐसे में ग्रामीणों को मजबूरी में भारी भरकम बुंकिग में ही आना जाना पड़ता है। निम्न गुणवत्ता से कार्य करने वाली कार्यदाई संस्थाओं की जांच क्यों नहीं हो पा रही है। करोड़ों का बजट डकारने वाले अधिकारियों पर भी सवाल जरूर उठते हैं, जवाबदेही तो इन्हीं की बनती है। यह मोटरमार्ग बहुत सारे गांवों को जोड़ता है, इसलिए ग्रामीण स्वीकृति की आस लगाए बैठे हैं।

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