खस्ताहाल सड़क पर दौड़ रही ग्रामीणों की जिंदगियां
केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज/अगस्त्यमुनि।
सड़क नहीं बनी तो चुनाव बहिष्कार करेंगे ग्रामीण, जाबरी कान्दी किंझाणी मोटर मार्ग जर्जर हाल में
पंद्रह साल से अधिक समय बाद भी नहीं हुआ सड़क निर्माण पूरा एआरटीओ की रिपोर्ट में सड़क निर्माण कार्य अधूरा
रुद्रप्रयाग और चमोली जिले के सीमावर्ती गांवों को जोड़ने वाली जाबरी-कान्दी-किंझाणी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य पूरा न होने से इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। जर्जर हाल सड़क पर दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है। पांच मार्च को एआरटीओ रुद्रप्रयाग की टीम ने सड़क का निरीक्षण किया, जिसमें सड़क पर निर्माण कार्य पूरा नहीं होने के साथ ही सड़क जर्जर हाल में पाई गई। ग्रामीणों ने सड़क निर्माण न होने पर चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है।
जाबरी-कान्दी-किंझाणी मोटर मार्ग के निर्माण को करीब पंद्रह साल से अधिक का समय हो गया है। लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण सड़क निर्माण कार्य आज भी पूरा नहीं हुआ। एआरटीओ की टीम की ओर से सड़क स्वीकृति के लिए तीन बार सर्वे किया गया। लेकिन तीनों बार निर्माण कार्य पूरा न होने से सड़क स्वीकृति नहीं मिली। ग्रामीण कई बार इसकी शिकायत शासन-प्रशासन से कर चुके हैं। लेकिन सड़क निर्माण के नाम पर सिर्फ सर्वे तक ही बात सीमित हो जाती है।
रुद्रप्रयाग जिले के क्यूंजा घाटी और चमोली जिले के मोहनखाल क्षेत्र के कई गांवों को जोड़ने वाली सड़क की स्थिति दयनीय है। इस सड़क का निर्माण पीएमजीएसवाई रुद्रप्रयाग और लोनिवि ऊखीमठ की ओर किया गया है। ग्रामीणों की शिकायत पर पांच मार्च को सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी रुद्रप्रयाग की टीम और पीएमजीएसवाई रुद्रप्रयाग और लोनिवि के अफसरों ने संयुक्त सर्वे कर मोटर मार्ग की आख्या शासन को प्रेसित की है।
जिसमें मार्ग पर पैराफिट,स्क्रवर,मार्ग क्षतिग्रस्त, सड़क की चौड़ाई कम, ब्लैक टॉप पूर्णरूप से क्षतिग्रस्त,मार्ग पर मलबा आना, दीवार क्षतिग्रस्त, साइन बोर्ड नहीं होना, कई स्थानों पर मार्ग और कॉजवे क्षतिग्रस्त पाया गया। जिससे एआटीओ की ओर से सड़क निर्माण पूरा न होने के कारण इसकी स्वीकृति देने के लिए मना किया गया। सड़क निर्माण पूरा होने के बाद दोबारा सर्वे करने के लिए कहा गया है। सड़क स्वीकृत न होने से इस मार्ग पर सार्वजनिक बस सेवा नहीं चल पा रही है। साथ ही किसी के बीमार होने पर या गर्भवती महिलाओं के ले जाने के लिए एंबुलेंस भी गांव में नहीं आ पाती है। सड़क निर्माण पूरा न होने से लोगों में भारी रोष है।
लोगों ने चुनाव में इसका खामियाजा भुगतने की चेतावनी भी दी है। प्रधान पति अनिल नेगी, जय भट्ट, प्रमोद सेमवाल, गोपाल राम भट्ट, शांति भट्ट ने जल्द सड़क सुधारीकरण और डामरीकरण करने की मांग की है। कणसिल-जाबरी मोटर मार्ग करीब ढाई किमी जर्जर हाल में है। इस सड़क को लोनिवि ऊखीमठ ने बनाया था लेकिन करीब 20 साल बाद भी सड़क को स्वीकृति नहीं मिल पाई। कार्तिक स्वामी पर्यटन सर्किट से जोड़ने की बनी थी योजना बासबाड़ा-कान्दी-मोहनखाल मोटर मार्ग को पूर्व में कार्तिक स्वामी पर्यटन सर्किट में जोड़ने की भी योजना बनी थी।
लेकिन योजना धरातल पर नहीं उतर पाई। बाद में केदारनाथ से बदरीनाथ के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाने की भी योजना बनी थी। जिसमें केदारनाथ के यात्री बासबाड़ा से मोहनखाल पोखरी से कर्णप्रयाग भेजने के लिए मार्ग बनाने की योजना थी। लेकिन यह योजना भी धरातल पर नहीं उतर पाई।