खसरा-रूबेला उन्मूलन अभियान 2025 के अंतर्गत जनपद स्तरीय टास्क फोर्स कार्यशाला का आयोजन मुख्य विकास अधिकारी डॉ. अभिषेक त्रिपाठी की अध्यक्षता में आज मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय, सभागार गोपेश्वर में आयोजित हुयी।

मुख्य विकास अधिकारी ने अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु स्वास्थ्य विभाग सहित सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह अभियान जनहित से जुड़ा है, अतः इसे गंभीरता से लिया जाए।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अभिषेक गुप्ता ने बताया कि खसरा-रूबेला उन्मूलन के लिए विशेष टीकाकरण अभियान तीन चरणों में संचालित किया जाएगा।जिसमें पहला चरण 21 से 31 जुलाई दूसरा चरण 19 से 29 अगस्त तथा तीसरा चरण 18 से 29 सितंबर 2025 तक होगा,इन तीनों चरणों में ऐसे बच्चों को टीके लगाए जाएंगे जो नियमित टीकाकरण से वंचित रह गए हैं।
कार्यशाला में विश्व स्वास्थ्य संगठन, उत्तराखंड (देहरादून) के राज्य सर्विलांस अधिकारी डॉ. विकास शर्मा ने जानकारी दी कि भारत सरकार ने वर्ष 2026 तक खसरा और रूबेला का उन्मूलन सुनिश्चित करने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। इसके अंतर्गत 5 वर्ष तक के ऐसे बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा, जो अभी तक खसरा और रूबेला वैक्सीन से प्रतिरक्षित नहीं हैं। साथ ही, बुखार और लाल चकत्ते वाले लक्षणों वाले संदिग्ध रोगियों की पहचान और उपचार भी किया जाएगा।
डॉ. शर्मा ने बताया कि खसरा-रूबेला वैक्सीन बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाती है और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं जैसे दस्त, निमोनिया एवं प्रतिरोधक क्षमता में कमी से सुरक्षा प्रदान करती है।
कार्यशाला में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी/अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वैष्णव कृष्ण, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनुराग धनिक, जिला पंचायत राज अधिकारी रमेश चंद्र त्रिपाठी, महिला एवं बाल विकास विभाग से कार्यक्रम अधिकारी हिमांशु बडोला, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) श्रीकांत पुरोहित, आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. श्रवण कुमार त्रिपाठी, होम्योपैथिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रदीप सिंह पुंडीर, समस्त विकासखंडों के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक/बीएमओ, जिला सहायक प्रतिरक्षण अधिकारी रचना, जिला स्वास्थ्य शिक्षा संचार प्रबंधक उदय सिंह रावत, वैक्सीन कोल्ड चैन प्रबंधक महेश देवराड़ी, सुपरवाइजर विपिन कुमार सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।