सिदेली गांव में श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन कन्याओं द्वारा निकाली गई भव्य जल कलश यात्रा

राजेश्वरी राणा।

पोखरी । विकास खण्ड के सिदेली गांव में नवीन सिंह नेगी द्वारा अपने स्वर्गीय पिता बृजेंद्र सिंह नेगी के मोक्ष के लिए आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन गांव के मुख्य जलस्रोत से श्रीमद्भागवत महायज्ञ स्थल तक 11 कुंवारी कन्याओं के द्वारा भव्य जल कलश यात्रा निकाली गयी जिसमें बड़ी संख्या में गांव के पुरुषों और महिलाओं ने भाग लिया ।कथा वाचक ब्यास वासुदेव प्रसाद थपलियाल ने भगवान कृष्ण की सुन्दर कथाये श्रोताओं को सुनाई और श्रोताओं ने भगवान की भक्ति में लीन होकर कथाये सुनी ।

कथा वाचक ब्यास वासुदेव प्रसाद थपलियाल ने कहा कि संसार में मनुष्य का अपना कुछ भी नहीं है। यह संसार एक भ्रम माया का जाल और मृगतृष्णा के समान है। केवल कर्म ही व्यक्ति का अपना है । परिवार ,भाई बन्धु ,नाते रिश्तेदार यहां तक कि ये शरीर भी अंत समय मेंयही छूट जाता है ।और मनुष्य के अच्छे किये गये कर्म ही आखिर में उसके साथ जाते हैं ।इस लिये मनुष्य को हमेशा अच्छे कर्म करने चाहिये तथा सत्संग में रह कर अपने मुक्ति का मार्ग प्रशस्त करना चाहिये। वरना मनुष्य 84 लाख योनियों के फेर में चक्कर काटता रहेगा और यही जन्म मृत्यु के फेर में पड़ा रहेगा । ।बड़ी संख्या में अगल बगल के गांवों और सुदूर क्षेत्रों से भक्त कथा श्रवण हेतू पहुंचे ।


इस अवसर पर बीरा देवी , सन्तोष नेगी , पंडित कमलकिशोर, मधुसूदन किमोठी चंडी प्रसाद,माया प्रसाद किमोठी,अनुप किमोठी, सूर्य प्रकाश नौटियाल अनुपसिंह नेगी, सहित तमाम लोग मौजूद थे। फोटो सलंग्न

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