पर्यावरण विद् एवं पर्यावरण प्रेमी मुरारी लाल ने वनों और पर्यावरण संरक्षण का लिया संकल्प
लोकेन्द्र रावत/ केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज गोपेश्वर चमोली।
94 वर्षीय पर्यावरण विद् ओर समाजिक साहूकार मुरारी लाल जिन्होंने अपने सम्पूर्ण जीवन में केवल अपने पर्यावरण ओर अपनी वन सम्पदा से ही प्रेम किया है। जिनको ये प्रेरणा दूर दूर से घास लाती हुई महिलाओं से मिली। जब उन्होंने देखा की ये महिलायें अपने पशुओं के लिए घास चारा पत्ती कई मीलों पैदल चलकर लाती हैं।
जिसके लिये उन्हें कठिनाई का सामना करना पड़ता है। तब उसी समय इन्होंने संकल्प लिया की मैं अपनी वन सम्पदा और पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण करूँगा। अब तक मुरारी लाल जी अपने जीवनकाल में 55 से ऊपर प्रजातियों के पेड़ पौधों का रोपण कर चुकें है। जिसमें पोखरी बैण्ड गोपेश्वर के समीप के जंगल भी शामिल है।
जिसके लिए इन्हें बीना स्मृति , केदारनाथ वन, बदरीनाथ वन प्रभाग, बण्ड गौरव और रजत सम्मान आदि सम्मान से भी सम्मानित हो चुके हैं। जिन्होनें प्रतिज्ञा की है कि मेरे जीवन की अन्तिम सांसों तक में इन पेड़ पौधों, पर्यावरण की रक्षा और संरक्षण करता रहूंगा।