मजदूर दिवस ‘एक मई’ पर कुछ रचनाएं
मजदूर दिवस 'एक मई' पर कुछ रचनाएं---मजदूर----सुबेर उठी जांदू काम परकाम करदू तड़तड़ा घाम परदिन भर कर्दु मजुरिया च तेकि...
मजदूर दिवस 'एक मई' पर कुछ रचनाएं---मजदूर----सुबेर उठी जांदू काम परकाम करदू तड़तड़ा घाम परदिन भर कर्दु मजुरिया च तेकि...
कलमकलम ने कहा मुझसेचल कस कस के पकड ले मुझेचलना सिखा दूंगी तुझे मैंकहाँ से कहाँ बिठा दूंगी तुझे मैंमैं...
You cannot copy content of this page