संदिग्ध परिस्थितियों में हुई विवाहिता की मौत, मायके पक्ष में लगाया हत्या का आरोप, एफ आई आर दर्ज
(कुलदीप राणा आजाद) रूद्रप्रयाग। गुप्तकाशी के तुलंगा गांव में एक 21 वर्षीय महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। मायके पक्ष वालों ने ससुरालियों पर हत्या का आरोप लगाया है जिसमें पति और सास ससुर के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत हो गया है जबकि ससुरालियों का कहना है की महिला ने आत्महत्या की है पुलिस ने अपनी विवेचना आरंभ कर दी।
जानकारी के अनुसार केदारघाटी के गुप्तकाशी के तुलंगा गांव निवासी 21 वर्षीय दीक्षा की घर पर ही बीते 18 जुलाई को सुबह साढे 11 बजे संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है। मायके पक्ष का आरोप है कि दीक्षा की मौत के बाद ससुरालियों द्वारा ना तो उन्हें उनकी मौत की खबर दी गई और ना ही पुलिस को इस बारे में जानकारी दी गई जबकि उनके किसी रिश्तेदार द्वारा उन्हें इस बारे में जानकारी दी गई किंतु उनके द्वारा भी स्पष्ट नहीं बताया गया। मृतक महिला के पिता जब शाम को बेटी के ससुराल पहुंचे तो बेटी फांसी पर लटकी हुई थी किंतु जिस अवस्था में वह लड़की हुई थी उससे पूरी तरह ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उसे मारकर लटकाया गया है जबकि उसके हाथ पर बुलेट से कटने के निशान भी मौजूद थे। अपनी बेटी की ऐसी अवस्था देख उन्होंने तत्काल पुलिस को संपर्क किया किंतु पुलिस भी अगले दिन सुबह 6:00 बजे पहुंचे।
गुप्तकाशी थाने से पहुंची पुलिस टीम ने शव को फांसी से उतारकर पंचनामा भरा और उसके बाद पोस्टमार्टम की कार्यवाही की गई। मृतक महिला के पिता सरवन सिंह रावत का कहना है की ससुराल वाले शादी के 1 माह बाद से ही उनकी बेटी को बात बात पर पत्र प्रताड़ित करते थे, उन्होंने कहा ससुराल वाले दहेज के लिए उनकी बेटी के साथ मारपीट करते थे हालांकि मां पिता को चिंता ना हो इसलिए बेटी उनके पास ज्यादा कुछ कहती नहीं थी। उन्होंने अपने पुत्री के पति अखिलेश ससुर सुरेंद्र सिंह और सांस पर उनकी बेटी की हत्या का आरोप लगाया है।
उधर गुप्तकाशी पुलिस ने बीते 21 जुलाई को पूरे मामले में एफ आई आर दर्ज कर दी है और दहेज व हत्या को लेकर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। विदित हो की की मृतिका दीक्षा का मायका तुंगनाथ घाटी के मक्कूमठ गांव में है व 26 नवंबर 2022 को दीक्षा की शादी हिंदू रीति रिवाज के साथ अखिलेश के साथ संपन्न हुई थी अखिलेश केदारनाथ में घोड़े खच्चर संचालन का कार्य करता है।
गुप्तकाशी पुलिस के सामने अब यह बड़ी चुनौती है और देखना होगा पूरे प्रकरण में पुलिस की विवेचना हत्या और आत्महत्या के बीच उलझी दीक्षा की इस गुत्थी को सुलझा पाती है या नहीं?