रूद्रप्रयाग में अतिक्रमण पर प्रशासन की सख्ती बेअसर, रात के अंधेरे में गदेरे पर कर रहे अतिक्रमण
देवेंद्र चमोली केदारखंड एक्सप्रेस न्यूज़/ भले ही जिला प्रशासन जमीनों पर हुये अतिक्रमण हटाने की मशक्कत में जुटा हो लेकिन प्रशासन की ये सख्ती अतिक्रमण कारियों के हौसले के सामने बौनी नजर आ रही है। आलम यह है कि अतिक्रमणकारी गदेरों पर भी कब्जा करने मे जुटे है । ताजा मामला वार्ड न.( 3) बेला के खुरड़ का है यहां सैनिक कल्याण कार्यालय के आगे धड़ल्ले से रात के अंधेरे में बन पंचायत की भूमि जो कि गदेरा भी है पर अबैध खनन कर अतिक्रमण किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि गदेरे के पास दो परिवारों ने जब से अपने आवासीय मकान बनाये है तब से ये आस पास गदेरे पर खनन करते आ रहे है। गदेरे की वनस्पतियों को नुकसान पंहुचाकर कर पर्यावरण को छति पहुंचाई जा रही है। रात के अंधेरे में गदेरे पर कब्जा कर वहां निर्माण कार्य किया जा रहा है काफी दिनों से ये सिलसिला जारी है। राजस्व विभाग के संज्ञान में होने के बाबजूद भी इन पर कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है। लोगों का कहना है कि एक ओर जिलाधिकारी के निर्देशों पर जनपद के विभिन्न झेत्रों में अतिक्रमण को ध्वस्त किया जा रहा है। वहीं प्रशासन के नाक तले अतिक्रमणकारी गदेरे को भी नहीं बख्स रहे है। बैखोफ एनजीटी मानको को धत्ता बताते हुये रात के अंधेरे में वन पंचायत की भूमि व गदेरों पर कब्जा कर रहे है। वार्ड न. (3) बेला खुरड में सैनिक कल्याण कार्यालय के आगे कुन्दन गदेरे पर धडल्ले से अतिक्रमण किया जा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्ष 2010 में अतिबृष्टि से गदेरे मे मलबा आने से कास्तकारों की भूमि को भारी नुकसान हुआ था आज यहां पर बसे दो परिवारों द्वारा अपने मकान का मलबा गदेरे में डाला गया व अब गदेरे की वनस्पतियों को नष्ट कर गदेरे पर अतिक्रमण किया जा रहा है