सडक निर्माण से सिनांऊ तल्ला-मल्ला व सिनांऊ पल्ला पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त
सडक निर्माण से सिनांऊ तल्ला-मल्ला व सिनांऊ पल्ला पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त
पोखरी । लोक निर्माण विभाग द्धारा पोखरी-कर्णप्रयाग मोटर मार्ग के चौड़ीकरण कार्य के चलते विकास खण्ड की सिनांऊ तल्ला-मल्ला व सिनांऊ पल्ला दो ग्राम पंचायतों की एक किमी0 पेयजल लाईन क्षतिग्रस्त होने से इन ग्राम सभाओं के ग्रामीण विगत एक माह से पेयजल संकट से जूझ रहे है। वर्तमान समय मे लोक निर्माण विभाग पोखरी के अधिनस्थ आरजीबी कंस्ट्रक्शन कंपनी देहरादून द्वारा पोखरी कर्णप्रयाग 27 किमी0 सड़क मार्ग के चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है , लेकिन इस । चौड़ीकरण के कार्य से वर्ष 1985-1986 मे जल निगम द्वारा निर्मित डांडा- सिनांऊ पेयजल योजना की एक कि मी पेयजल लाईन क्षतिग्र्रस्त हो गयी है ,जिसका संचालन वर्तमान में जल संस्थान पोखरी द्धारा किया जा रहा है , यह लाईन जड़ापानी से गल्ला-गोदाम पोखरी-देवर तक एक किमी0 ज्ञतिग्रस्त हो गयी है , जिससे इन दो ग्राम पंचायतो सिनाऊ तल्ला मल्ला और सिनाऊ पल्ला में एक माह से पेयजल संकट बना हुआ है ,, ग्रामीणों के साथ साथ मवेशी भी पेयजल संकट से जूझ रहे हैं , ग्रामीण बूंद बूंद पानी के लिये मोहताज है ,और दर-दर भटकने को मजबूर है।
सिनांऊ तल्ला-मल्ला के प्रधान त्रिलोक सिंह बर्त्वाल व सिनांऊ पल्ला की प्रधान लक्ष्मी देवी ने बताया कि डांडा -सिनांऊ पेयजल योजना को सड़क का चोडीकरण का कार्य कर रही कार्यदायी सस्था लोनिवि पोखरी के अधिनस्थ कार्य कर रही आरजीबी कंस्ट्रक्शन कंपनी देहरादून द्वारा जड़ापानी से गल्ला- गोदाम देवर पोखरी तक एक किमी0 पाइप लाइन क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।जिस कारण यहा के ग्रामीण एक माह से पेयजल संकट से जूझ रहे है ग्रामीण सुदूर प्राकृतिक स्रोतों से पीठ पर लाद कर पानी लाकर किसी तरह अपना गुजारा कर रहे हैं , लेकिन मवेशियों के लिये पानी की ब्यवस्था करना मुश्किल हो गया है ,यहां तक कि उनकी ग्राम पंचायतो मे कुछ तोक ऐसे हैं ,जहां दूर-दूर तक पानी के प्राकृतिक स्रोत भी नही है।जिस वजह से यहां के वासिनदे बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे है। ,इस समस्या को लेकर वे एसडीएम कमलेश मेहता के पास भी गये है , लेकिन अभी तक उनकी पेयजल समस्या का कोई समाधान नहीं किया गया है लियाजा लोक निर्माण विभाग और जल संस्थान शीग्र इस क्षतिग्र्रस्त पेयजल लाईन को ठीक कर उनकी ग्राम सभाओं में पेयजल आपूर्ति बहाल करे ,वरना वे ग्रामीणों के साथ तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे ,जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी ,
वहीं लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियन्ता संजय प्रसाद सिन्हा से सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि पोखरी- कर्णप्रयाग सड़क के चौड़ीकरण के कार्य को देखते हुये जल संस्थान पोखरी को सड़क पर बिछी पाइप लाइन को हटाने के लिये कहा गया था ,और पत्र भी दिया गया था ।वैसे भी सड़क पर पाइप लाइन बिछाने की अनुमति लोक निर्माण विभाग से नही ली गयी है , वहीं जल संस्थान के अधिशासी अभियंता राजेश कुमार निर्वाल से सम्पर्क करने पर उन्होंने बताया कि इस पाईप लाईन का निर्माण कार्य 1985,86 में जल निगम द्धारा किया गया है ,विना एन ओ सी के लाईन नहीं बिछाई गयी होगी ,जल निगम द्धारा जल संस्थान को पेयजल लाईन हस्तांतरित की गरी है ,जल संस्थान केवल लाईन का संचालन करते हैं ,साथ ही लोक निर्माण विभाग से सड़क से पाइप लाइन हटाने की कोई लिखित व मौखिक सूचना उन्हें नही दी गयी है। साथ ही क्षतिग्र्रस्त पेयजल लाईन का आगमन स्टमेट भी लोक निर्माण विभाग को सौंप दिया है इस निर्माण कार्य से , सिनांऊ पेयजल योजना के अलावा पोखरी पेयजल पुनर्गठन योजना की पाइप लाइन भी क्षतिग्रस्त होने की सम्भावना बढ़ गयी है ,जिस सम्बंध में वे जिलाधिकारी महोदय को पत्र लिख रहे हैं , साथ ही सिनांऊ तल्ला मल्ला और सिनाऊ पल्ला में पेयजल आपूर्ति हेतू टैकर लगाये जा रहे है।