EXCLUSIVE : रूद्रप्रयाग के विद्युत कर्मचारी किस तरह से घूस लेते हैं सुनिए ऑडियो

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 EXCLUSIVE : रूद्रप्रयाग के विद्युत कर्मचारी किस तरह से घूस लेते हैं सुनिए ऑडियो

रूद्रप्रयाग। विद्युत विभाग के कर्मचारी का बिद्युत तार जोड़ने के एवज में उपभोक्ता से घूस लेने का एक ऑडियों वायरल हो रहा है। हालांकि ऑडियों यह नया हो लेकिन उपभोक्ताओं से पैसे लेने के कई मामले गाहे-बगाहे सुनाई देते हैं, जिससे आम उपभोक्ताओं की जेब पर दुगना बोझ पड़ रहा है। वायरल ऑडियों में भी ऐसा ही मामले का खुलासा हो रहा है। चलिए पहले वारल ऑडियों का सुनिए-


दरअसल अगस्त्यमुनि विकासखण्ड के रतूड़ा (कुड़ासैंण) निवासी इन्द्रेश के घर 13 अप्रैल की सांय को आंधी तूफान के कारण उनके घर के पास बिजली के पोल में सॉट सर्किंट हो गया जिस कारण उस विद्युत पोल से उनके घर आने वाली बिद्युत केबल भी जल गई। लाईनमैंन गांव के घर के पास ही रहता है इसलिए उन्होंने लाइन मैंन को तत्काल सूचना दी। पहले दिन अंधेरे होने की बात कह कर लाइन मैंने बिजली ठीक करने से मना कर दिया लेकिन अगले दिन 14 अप्रैल को सुबह से सांय तक वह लाइनमैंन को शिकायत करते करते थक गए लेकिन लाईन (भगत) इसलिए लाईट ठीक नहीं कर रहा था कि वह उपभोक्ता से इसके एवज में पैसों की मांग कर रहे था, ऑडियों में यह भी कहा जा रहा है कि पहले बिजली विभाग में जाकर रसीद कटवाओं उसके बाद ठीक किया जायेगा। किन्तु उपभोक्ता के पास उसे देने के लिए पैसे नहीं थे। 

सांय जब लाईनमैंन नहीं माना तो उन्होंने बिजली विभाग के शिकायत केन्द्र देहरादून फोन किया जहां से उन्हें रूद्रप्रयाग कंट्रोल रूम का नम्बर मिला। जब उन्होंने कंट्रोल रूम के नम्बर पर फोन किया तो वहां से भी उपभोक्ता को यह सलाह दी गई कि वह लाईनमैंन को घूस दे दे। विद्युत कंट्रोल रूप के कर्मचारी से हुई बातचीत का ही यह ऑडियों वायरल हुआ है। इन्द्रेश ने केदारखण्ड को बताया कि इससे पहले भी इस तरह की समस्या आई लेकिन लाईनमैंन को पैसे भी दिए गए शराब की बोतल भी दी गई। लेकिन इस बार पैसे न होने के कारण वह नहीं दे पाये। 

पूरे मामले में केदारखण्ड एक्सप्रेस ने बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता से बातचीत करने के साथ ही उन्हें ऑडियों भेजा तो उन्होंने तत्काल मामले का संज्ञान लिया और उपभोक्ता के घर की बिद्युत की बहाली करवाई। बहरहाल लाईनमैंने के ग्रामीण अंचलों में इस तरह मनमानी और घूसखोरी की बातें हर क्षेत्र से सुनाई देती है। 

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