गरीबों का भोजन बन रहा अमीरों का शौक, मंडुवे की हो रही जबरदस्त खरीद
गरीबों का भोजन बन रहा अमीरों का शौक, मंडुवे की हो रही जबरदस्त खरीद
-राजेश्वरी राणा/केदारखण्ड एक्सप्रेस
पोखरी। अमूमन मंडुवे को पहले गरीबों का भोजन मानते थे लेकिन यही गरीबों का भोजन अब अमीरों का शौक बनता जा रहा है। मंडुवे में छुपा औषिधिय गुणों को अब दुनियाँ जान रही है, यही कारण है कि अब काश्तकारों को मंडुवे की अच्छी कीमत मिल रही है। प्रदेश सरकार द्वारा साधन सहकारिता समितियों के माध्यम से उचित मूल्य पर काश्तकारों से मंडुवा खरीदा जा रहा है। मंडुवे का उचित कीमत मिलने पर काश्तकारों में बना हुआ है जबर्दस्त उत्साह। काश्तकारों को खेती की ओर प्रोत्साहित करने के लिये तथा मंडुवे की पैदावार को बढ़ावा देने के लिये प्रदेश सरकार द्वारा 27 रुपये प्रति किलो ग्राम के हिसाब से साधन सहकारिता समितियों के माध्यम से काश्तकारों से मडुवा खरीदा जा रहा है। जिससे क्षेत्र के काश्तकारों में काफी उत्साह बना हुआ है ।
आजकल विकास खण्ड के तहत साधन सहकारी समिति जौरासी में मंडुवा बेचने के लिये काश्तकारो की भीड लगी हुई है ,यहां समिति में मंडुवा बेचने के लिये काश्तकारो की भीड लगी हुई है ,जहा वे 2700 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से अपना मडुवा बेच रहे हैं ,साधन सहकारी समिति जौरासी के सचिव कालिका प्रसाद भट्ट का कहना है ,कि काश्तकारों से समिति 27 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मडुवा खरीद रही है ,अर्थात एक कुंतल मडुवे की खरीद पर काश्तकारी को ,2700 रुपये दिया जा रहा है ,जो उनके खातों में दिया जा रहा है।
अब तक समिति 200 कुन्तल मडुवा काश्तकारों से खरीद चुकी है , जिससे ट्रकों में भरकर सीधे देहरादून मुख्यालय भेजा जा रहा है ,और आगे भी मडुवे की खरीद जारी रहेगी ,इसी तरह विकास खण्ड के तहत अन्य साधन सहकारी समितियों में भी काश्तकारों से मडुवे की खरीददारी की जा रही है प्रदेश सरकार और सहकारिता विभाग द्धारा काश्तकारों से उचित मुल्य पर ,मडुवा खरीदें जाने और उचित मुल्य मिलने पर काश्तकार हर्षवर्धन सिंह राजेश्वरी राणा बरदेई देवी अनीता देवी तारा देवी जगमोहन सिंह संदीप वर्तवाल नागेन्द्र सिंह सहित तमाम काश्तकारों ने खुशी जाहिर की है । सरकार की यह पहल निश्चित रुप से पहाडो से मैदानों की तरफ होने वाले पलायन को रोकने में कारगर सिद्ध होगी तथा खेती की तरफ काश्तकारों का रुझान बढ़ाने मे मददगार साबित होगी ।