भूस्खलन से गोदली इण्टर कॉलेज व गाँव पर मंडररा रहा खतरा, एक मकान जमीदोंज
भूस्खलन से गोदली इण्टर कॉलेज व गाँव पर मंडररा रहा खतरा, एक मकान जमीदोंज
–यशवंत राणा/केदारखण्ड एक्सप्रेस
पोखरी। पीएमजीएसवाई द्वारा निर्मित कलसीर-नैल-नौली मोटर मार्ग पर ठेकेदार की लापरवाही के कारण गोदली इंटर कालेज के नीचे जबरदस्त भूस्खलन होने से राजकीय इंटर कालेज गोदली और गोदली गांव के अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया है। जबकि गाँव के कुंवर सिंह का मकान भूस्खलन की चपेट मे आने से जमीदोंज हो गया है।
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजकर भूस्खलन क्षेत्र में पक्की सीमेंट की सुरक्षा दीवारें लगाने की मांग की है। प्रधान सज्जन सिंह नेगी, मसोली के प्रधान देवेन्द्र लाल, पाटी के प्रधान प्रेम सिंह नेगी, कलसीर की प्रधान नीमा देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य सन्तोष नेगी, राधारानी रावत ने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि पीएमजीएसवाई द्वारा निर्मित कलसीर नैल नौली मोटर मार्ग पर ठेकेदार की लापरवाही के कारण पक्की सुरक्षा दीवारें नहीं लगाये जाने के कारण सड़क की कटिंग के कारण राजकीय इंटर कालेज गोदली के नीचे जबरदस्त भूस्खलन हो रहा है। लगभग आधा कि मी के क्षेत्र में भूस्खलन हो रहा है , जिस कारण राजकीय इंटर कालेज गोदली और गोदली गांव के अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया है।
भूस्खलन के कारण यहाँ कभी भी बड़ा विनाश हो सकता है। जबकि गोदली गांव के कुंवर सिंह का मकान भूस्खलन की चपेट में आकर पूर्ण रुप से क्षतिग्रस्त हो चुका है ,यही नहीं सड़क के मलबे से गोदली इंटर कालेज से मसोली और गुणम गांवो को जाने वाला पैदल रास्ता पूर्ण रुप से क्षतिग्रस्त हो चुका है जिस कारण इन दोनों गांवों के छात्र छात्राये पढ़ाई के लिये गोदली इंटर कॉलेज बड़ी मुश्किल से जा रहे हैं ,कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है ,बार बार लिखित और मौखिक रूप से कार्यदायी सस्था के उच्चाधिकारियों और ठेकेदार को इस बारे में अवगत कराया जा चुका है , लेकिन आज तक कोई सुरक्षात्मक उपाय नहीं किये गये है ,लियाजा सबसे पहले गोदली इंटर कालेज के नीचे भुस्खलन वाली जगह पर पक्की सीमेंट की सुरक्षा दीवारें लगवायी जाय।
गोदली इंटर कालेज से ,मसोली और गुडम गावो को जाने के लिये वैकल्पिक पैदल रास्ता बनवाया जाय जिससे इन गांवों के छात्र छात्राये सुरक्षित कालेज और घर आवागमन कर सके वरना वे क्षेत्रीय ग्रामीणों के साथ कार्यदायी सस्था पीएमजीएसवाई और ठेकेदार के खिलाफ जन आंदोलन छेड़ने को विवश होंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी शासन प्रशासन और कार्यदायी सस्था की होगी । फोटो सलंग्न