हिंदुओं के प्रसिद्ध तीर्थ बद्रीनाथ में नमाज पढ़ने पर 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
हिंदुओं के प्रसिद्ध तीर्थ बद्रीनाथ में नमाज पढ़ने पर 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
डैस्क : केदारखंड एक्सप्रेस न्यूज़
जोशीमठ। बीते बुधवार को हिंदुओं के प्रसिद्ध तीर्थ बद्रीनाथ धाम में ईद की नमाज पढ़ने के मामले में बद्रीनाथ थाना पुलिस ने ठेकेदार समेत 15 लोगों के खिलाफ आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। हालांकि धाम में नमाज पढ़ने से चारों तरफ लोगों में आक्रोश व्याप्त है और इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की जा रही है।
गौरतलब है कि बुधवार को बद्रीनाथ धाम में ईद की नमाज पढ़े जाने की सूचना तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी जिसके बाद सांप्रदायिक दंगे ना फैले इसको लेकर पुलिस प्रशासन भी सतर्क और अलर्ट हो गया था। बद्रीनाथ पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए thekedar हरेंद्र सिंह पवार नजीर और मोहब्बत आजम के खिलाफ नामजद और 12 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। बद्रीनाथ थाना अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले में जांच शुरू कर दी है और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ संबंधित धाराओं में कार्यवाही की जाएगी।
उप जिलाधिकारी को सौंपा सख्त कार्यवाही करने का ज्ञापन
इस घटना से आक्रोशित जोशीमठ के जनप्रतिनिधियों व लोगों ने उपजिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर मामले में सख्त कार्यवाही की मांग की है वही बद्रीनाथ धाम के तीर्थ पुरोहितों ने भी कड़ा ऐतराज जताया है ब्रह्म कपाल तीर्थ purohit पंचायत के प्रवक्ता डॉ बृजेश सती ने कहा कि जिस धाम में शंख बजाना वर्जित है वहां यदि नमाज पढ़ी गई है तो यह अक्षम्य अपराध है इसके लिए दोषी लोगों के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए धाम में एक समुदाय विशेष के लोगों की ओर से नमाज एक कमरे के अंदर अदा की गई है यदि ऐसा किया गया है तो वह धाम की पवित्रता को प्रभावित करने की कोशिश है डॉक्टर सती कहा कि यह किसके संरक्षण में किया गया है इसका खुलासा भी किया जाना चाहिए।
मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग
बद्रीनाथ धाम में नमाज पढ़े जाने की घटना से चारों तरफ आक्रोश है सामाजिक राजनीतिक और तीर्थ पुरोहित समाज में खासा गुस्सा देखने को मिल रहा है केदार सभा के अध्यक्ष विनोद शुक्ला, महामंत्री कुबेरनाथ पोस्ती, सन्तोष त्रिवेंदी ने प्रदेश सरकार से मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और पुलिस की व्यवस्था पर भी सवाल उठाते हुए अधिकारियों से जवाब मांगा है जबकि श्रीनगर में देवभूमि भैरव वाहिनी ने थाना प्रभारी को ज्ञापन दिया।