दुर्लभ पक्षियों की गणना पूरी, ज्योतिर्मठ में मिलीं 65 प्रजातियां

ज्योतिर्मठ। नगर क्षेत्र में दुर्लभ पक्षियों की गणना का काम पूरा हो गया है। दो दिवसीय पक्षी गणना के दौरान क्षेत्र में पक्षियों की 65 प्रजातियां मिली हैं। कई ऐसे पक्षी भी मिले हैं जो दुर्लभ और विलुप्त होने के कगार पर हैं।
उत्तराखंड बर्ड काउंट मिशन के तहत उत्तराखंड में पक्षियों की गणना का दो दिवसीय कार्यक्रम चलाया गया। इसी के तहत चमोली जिले में भी दो दिनों तक औली, परसारी, सुनील, जीरो बैंड, रविग्राम, सलूड़ डुंग्रा, जोगीधारा आदि जगह पर दुर्लभ पक्षियों का अवलोकन किया गया। शनिवार और रविवार को हुई गणना में विभिन्न प्रकार की 65 पक्षियों की प्रजातियां मिली हैं। बर्ड वाॅचिंग क्लब औली के अध्यक्ष संजय कुंवर ने बताया कि दो दिवसीय पक्षी गणना अभियान जैव विविधता बोर्ड के सहयोग से संपन्न हो गया है। इसमें पक्षी प्रेमी, ग्रामीण समूह, छात्र-छात्राओं, नेचर गाइड, एनजीओ के लोग शामिल रहे। इस दौरान जयदीप भट्ट, अखिलेश पंवार, भुवनेश नंबूरी और नंदन सिंह मार्तोलिया आदि मौजूद रहे।

पक्षियों की गणना के दौरान टीम को कुछ ऐसे पक्षी भी मिले जो दुर्लभ प्रजाति के हैं और विलुप्ति के कगार पर हैं। इसमें हिमालयन ग्रिफॉन और स्टेपी ईगल शामिल हैं। इन पक्षियों की अच्छी तादात मिलना पर्यावरण संतुलन और जैव विविधता के अच्छे संकेत हैं। इसके अलावा भी दुर्लभ प्रजाति के रुड़ी शैलडक, ब्लैक थ्रोटेड थ्रश, स्केली वुड पेकर, रेड बिल्ड चीफ, यलो बिल्ड चीफ पक्षी सहित यूरेशियन कैस्ट्रॉल पक्षी, ग्रेट बार्बेट सहित कई पक्षियों की गणना की गई।

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