एयरपोर्ट प्रभावितों ने शुरू किया धरना-प्रदर्शन

एयरपोर्ट विस्तारीकरण से प्रभावित अठूरवाला गांव के निवासियों ने अपनी मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। अठूरवाला संघर्ष समिति के बैनर तले ऋषिकेश मुख्य मार्ग पर यह विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगों को स्वीकार नहीं किया जाता।

जौलग्रांट हवाई पट्टी का विस्तार कर 2006-07 में देहरादून एयरपोर्ट बनाया गया था, जिसमें रनवे की लंबाई, एटीसी, फायर, मौसम विभाग और टर्मिनल भवन का निर्माण किए गए। उसके बाद 2025 में चोरपुलिया और जौलीग्रांट से दूसरे अधिग्रहण के तहत कैट वन लाइट लगाने के लिए कुल 1.955 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। कुछ ही दिनों में अधिग्रहित भूमि एयरपोर्ट को सौंप दी जाएगी।

वहीं, अब तीसरे अधिग्रहण के लिए ऋषिकेश मुख्य मार्ग और एयरपोर्ट बाउंड्री के बीच में अठूरवाला की 6.0770 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। जौलीग्रांट पुलिस चौकी के पास स्थित इस क्षेत्र में दर्जनों मकान आदि हैं। प्रभावित अधिग्रहण प्रक्रिया का विरोध नहीं कर रहे हैं।

प्रभावितों का कहना है कि उनकी मांगों पर गौर करने के बाद ही प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाए। धरना-प्रदर्शन करने वालों में मंजीत सजवाण, सोनू, राकेश, रवि, गोपाल सजवाण, विपुल सजवाण, विमला, पंकज कोठियाल, राजेश्वरी, सुनीता देवी आदि शामिल रहे।

प्रभावित परिवार सर्किल रेट की दोबारा समीक्षा करने और अन्य मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। प्रशासन और युकाडा उनकी मांगों पर कोई जवाब नहीं दे रहा है, जिससे असमंजस की स्थिति बनी हुई है। – मंजीत सजवाण, अध्यक्ष अठूरवाला संघर्ष समिति

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