तल्लानागपुर के कई गाँवों में गुलदार का खौंफ, सांय ढलते हीं घरों में कैद लोग

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तल्लानागपुर के कई गाँवों में गुलदार का खौंफ, सांय ढलते हीं घरों में कैद लोग

डैस्क : केदारखंड एक्सप्रेस न्यूज़

रूद्रप्रयाग। पहाड़ी क्षेत्रों में वैसे तो जंगली जानवरों का भय हर वक्त लोगों के जेहन में रहता है लेकिन इन दिनों रूद्रयाग जनपद के तल्लानागपुर  क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों के ग्रामीण गुलदार के खौफ से भयभीत हैं। स्थित यह है कि सांय ढलते हीं ग्रामीण घरों में कैद हो जाते हैं। 

दरअसल तल्लानागपुर के टेमना, पाली, जौंदला, चोपड़ा धार तल्ली मल्ली समेत आसपास के कई गांवों में  पिछले 1 माह से  गुलदार द्वारा पालतू जानवरों पर लगातार हमला किया जा रहा है लेकिन वह उन्हें पूरी तरह से मार नहीं पा रहा है। टेमना, उत्तर्सू और पाली गाँव में कुत्ते, बकरी और मुर्गों तक पर गुलदार द्वारा हमला किया जा चुका है लेकिन वह उन्हें मार नहीं पाया। इससे आशंका जताई जा रही है  गुलदार काफी बूूूढा है जिस कारण वह जानवरों को आसानी से   शिकार नहीं बना पा रहा है। 

क्षेत्र में बूढ़े गुलदार की धमक से अब यह भी आशंका जताई जा रही है कि यह कभी भी किसी इंसान पर हमला कर सकता है। खास तौर पर महिलाओं और बच्चों को यह आसानी से अपना टारगेट बना सकता है। ग्रामीण मातबर सिंह बिष्ट, हर्ष वर्धन बुटोला, बीरेन्द्र बुटोला, योगेन्द्र बिष्ट, नरेंद्र सिंह बुटोला, पंकज पुरोहित आदि  ने वन विभाग से गुलदार को तुरंत पकड़ कर अनियंत्रित छोड़ने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वन विभाग को इन संबंध में पहले ही एक प्रार्थना पत्र दिया जा चुका है लेकिन वन विभाग की तरफ से इस दिशा में अब तक कोई सकारात्मक कार्यवाही नहीं की गई है। 

आपको ध्यान होगा कि इससे पूर्व अगस्तमुनि विकासखंड के सिल्लाबामन गांव में भी एक बूढ़े गुलदार ने एक मासूम बच्ची को मार डाला था जबकि एक महिला पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल किया था। जिसके बाद वन विभाग ने तत्परता दिखाते हुए क्षेत्र में शिकारी तैनात किए थे और उसे ढेर कर दिया था। तल्लानागपुर क्षेत्र के इन गाँवों में भी इसी तरह के बूढ़े गुलदार होने का अनुमान लगाया जा रहा है।

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