जल संस्थान पोखरी के लापरवाह अवर अभियंता के स्थानांतरण पर जताई खुशी
जल संस्थान पोखरी के लापरवाह अवर अभियंता के स्थानांतरण पर जताई खुशी
-राजेश्वरी राणा/केदारखण्ड एक्सप्रेस
पोखरी। जल संस्थान पोखरी कार्यालय से लापरवाह अवर अभियंता योगेन्द्र ढौंडियाल के स्थानान्तरण पर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और ब्यापारियो ने जताई खुशी जताई है। लम्बे समय से क्षेत्र के लोग अवर अभियंता की लापरवाही को न केवल बर्दाश्त कर रहे थे बल्कि परेशानियों का सामना भी कर रहे थे। लगातार अवर अभियंता को हटाने की मांग की जा रही थी, अंततः लोगों की बात सुनी गई।
बद्रीनाथ के विधायक राजेंद्र सिंह भण्डारी , नगर पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद पंत ब्लाक प्रमुख प्रीती भण्डारी, भाजपा नगर अध्यक्ष जितेंद्र सती, सांसद प्रतिनिधि डॉ मातवर रावत, कांग्रेस के ब्लांक अध्यक्ष सन्तोष चौधरी नगर अध्यक्ष सत्येन्द्र कण्डारी भाजपा नेता आनन्द सिंह राणा पूर्व प्रमुख नरेंद्र रावत मयंक पंत ब्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष महेन्द्र प्रकाश सेमवाल ब्लाक अध्यक्ष बीरेंद्र राणा जिला उपाध्यक्ष कुंवर सिंह चौधरी महिधर पंत सहित तमाम क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और ब्यापारियो ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि अधीक्षण अभियंता जल संस्थान गोपेश्वर द्वारा इनका स्थानान्तरण किया जाना एक स्वागत योग्य निर्णय है। क्योंकि अवर अभियंता योगेन्द्र ढौंडियाल के कार्यकाल में पूरे विकास खण्ड की पेयजल आपूर्ति व्यवस्था चरमारा गयी थी। ये अधिकांश समय , क्षेत्र से नदारद रहते थे ,जनता और जनप्रतिनिधियों से इनका व्यवहार ठीक नहीं था। यहां तक शिकायत थी कि अपने विभाग के उच्चाधिकारियों से भी इनका ब्यवहार ठीक नहीं था ,उनके आदेशों की बार बार अवहेलना इनके द्धारा की जाती थी ,जो विभागीय और जनहित में भी नहीं था ,अवर अभियंता योगेन्द्र ढौंडियाल द्वारा अपने विभाग के खिलाफ ही सूचना का अधिकार लगाकर विभागीय जानकारी मांगी गयी।, जो कर्मचारी सेवा नियमावली का उलंघन था, वहीं विभागीय हित में भी नहीं था, साथ ही महीने में 20 दिन पूरे पोखरी बाजार सहित नगर पंचायत क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति ठप्प इनके कार्यकाल में रहती थी। इसलिये अधीक्षण अभियंता जल संस्थान गोपेश्वर द्वारा इनका यहां से स्थानान्तरण विभागीय और जनहित में किया गया है, जो स्वागत योग्य कदम है। इन जन प्रतिनिधियों और ब्यापारियो ने जहां विभाग से अभिलम्ब जल संस्थान कार्यालय पोखरी में नये जे ई की तैनाती की मांग की वहीं चेतावनी दी कि अगर विभागीय उच्चाधिकारियों द्धारा किसी दबाव में इनका स्थानान्तरण रद किया गया तो वे विभाग के खिलाफ जन आंदोलन छेड़ने को विवश होगे जिसकी सारी जिम्मेदारी विभागीय उच्चाधिकारियों की होंगी।