केदारनाथ यात्रा को लेकर जिला प्रशासन ने की तीर्थ पुरोहितों व पंडा समाज के साथ बनाई रणनीति
केदारनाथ यात्रा को लेकर जिला प्रशासन ने की तीर्थ पुरोहितों व पंडा समाज के साथ बनाई रणनीति
डैस्क : केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज़
रूद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के उद्देश्य से जिला अधिकारी मनुज गोयल की अध्यक्षता में राजकीय आदर्श इंटर काॅलेज गुप्तकाशी में तीर्थ पुरोहितों/पंडा समाज के सदस्यों के साथ यात्रा के दौरान की जाने वाली तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के संबंध में आवश्यक बैठक आयोजित की गई।
बैठक में क्षेत्रीय विधायक शैला रानी रावत, जिला अध्यक्ष भाजपा दिनेश उनियाल, पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, केदार सभा अध्यक्ष विनोद शुक्ला, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेंद्र सिंह, उप जिलाधिकारी ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में केदारनाथ यात्रा के सफल संचालन हेतु यातायात, स्वास्थ्य, पेयजल, स्वच्छता, विद्युत, आवास आदि व्यवस्थाओं के संबंध में चर्चा करते हुए तीर्थ पुरोहितों एवं पंडा समाज के सदस्यों से उनके सुझाव भी लिए गए तथा उनकी समस्याओं को भी सुना गया।
बैठक में पंडा समाज के सदस्यों द्वारा यात्रा के दौरान लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए उचित पार्किंग व्यवस्था की मांग की गई तथा यात्रा मार्ग में पेयजल एवं शौचालय की भी मांग की गई साथ ही विद्युत विभाग द्वारा ओवर बिल देने की भी बात की गई तथा पेयजल की उचित व्यवस्था करने मांग की गई साथ ही स्थानीय लोगों को वरीयता दिए जाने की बात कही गई।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि श्री केदारनाथ यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित किए जाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से इसमें पूर्ण व्यवस्था की जा रही है तथा आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो इसके लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता है जिसके लिए उन्होंने सभी तीर्थ पुरोहितों एवं पंडा समाज के सदस्यों से जिला प्रशासन को पूर्ण सहयोग देने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि श्री केदारनाथ धाम के दर्शन करने आने वाले तीर्थ यात्री देव तुल्य हैं उसके साथ अतिथि देवो भवः का व्यवहार किया जाए ताकि यहां आने वाले तीर्थ यात्री यात्रा करने के बाद अपने साथ एक सुखद अनुभूति एवं स्मरण के साथ वापस जाएं। बैठक में उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग में जाम की समस्या को दूर करने के लिए जगह-जगह पार्किंग व्यवस्था की जाएगी इसके लिए उन्होंने क्षेत्रीय जनता से भी आग्रह किया है कि जिन लोगों के पास अपनी निजी भूमि उपलब्ध है वह अपनी निजी भूमि में पार्किंग स्थल बना सकते हैं इस व्यवस्था से जहां एक ओर लगने वाले जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगा वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।
इसके लिए उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को इस व्यवस्था में सहयोग देने की अपेक्षा की है। उन्होंने यात्रा मार्ग में पेयजल व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए अधिशासी अभियंता जल संस्थान को निर्देश दिए हैं कि विभिन्न स्थानों में पेयजल की उचित व्यवस्था की जाए तथा होटल व्यवसायियों से उनकी मांग के अनुसार उन्हें पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराते हुए पेयजल कनेक्शन में जो भी धनराशि व्यय होनी है संबंधित से लिया जाए। इसके साथ ही यदि किसी व्यक्ति द्वारा टेंकर से पानी की व्यवस्था की मांग की जाती है तो उसे उचित मूल्य पर टेंकर से पानी उपलब्ध कराया जाए।
अधिशासी अभियंता विद्युत को उन्होंने निर्देश दिए हैं कि उनके द्वारा होटल व्यवसायियों द्वारा लिए गए कनेक्शनों में एक बार सभी का निरीक्षण करते हुए उनके लोड के अनुसार उन्हें विद्युत आपूर्ति करते हुए मीटर लगाए जाएं जिससे विद्युत की वसूली सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग पर यात्रियों की सुविधा के लिए 70 स्थानों को चिन्हित करते हुए शौचालय की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही केदारपुरी में भी उचित शौचालय की व्यवस्था की जाएगी।
उन्होंने कहा कि यात्रा के सफल संचालन हेतु तीर्थ यात्रियों के श्री केदारनाथ के दर्शन के लिए अनावश्यक भीड़ न हो इसके लिए टोकन सिस्टम की व्यवस्था किए जाने का निर्णय लिया गया है। जिससे कि मंदिर परिसर में अनावश्यक भीड़ न लगने पाए। जिसमें सभी का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा के दौरान पानी पीने एवं पेय पदार्थाें हेतु प्लास्टिक की बोतलों का उपयोग होगा इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा प्लास्टिक की बोतलों के उचित निस्तारण हेतु यह निर्णय लिया गया है कि इसमें सभी दुकानदारों से सहयोग की अपेक्षा की गई है तथा सभी प्लास्टिक बोतलों पर दुकानदारों द्वारा टैग लगाया जाएगा तथा यात्रियों से पानी की बोतल के निर्धारित रेट से अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा तथा पानी के उपयोग करने के बाद बोतल को वापस लेने के लिए जिला प्रशासन द्वारा इसके लिए उचित व्यवस्था करते हुए आॅफिस खोला जाएगा ताकि तीर्थ यात्रियों द्वारा दिए गए अतिरिक्त शुल्क को उन्हें वापस किया जाएगा। ताकि रास्तें में भी कोई अनावश्यक प्लास्टिक बोतलों को न फेंक सके। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई व्यक्ति बोतल में लगे टैग सहित बोतल वापस करता है तो उतनी ही धनराशि उन्हें उपलब्ध कराई जाएगी।
बैठक में क्षेत्रीय विधायक श्रीमती शैला रानी रावत ने कहा कि श्री केदारनाथ यात्रा को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए सभी को इसमें अपनी पूर्ण भागीदारी सुनिश्चत करानी है तथा जिला प्रशासन का सभी को सहयोग करना जरूरी है ताकि यात्रा को ठीक ढंग से संचालित किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि इस यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की भारी संख्या में आने की संभावना है जिसके लिए सभी को उचित व्यवस्था करते हुए आने वाले श्रद्धालुओं के साथ अतिथि देवो भवः का व्यवहार करना है। उन्होंने जिला प्रशासन से भी अपेक्षा की है कि यात्रा के दौरान जो भी व्यवस्थाएं की जानी हैं वह समय से सुनिश्चित करा लें तथा स्थानीय लोगों को इसमें वरीयता दी जाए ताकि वह अपना रोजगार ठीक ढंग से संचालित कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े खच्चरों के संचालकों/मालिकों के साथ एक आवश्यक कार्यशाला भी आयोजित की जाए।
बैठक में अधिशासी अभियंता विद्युत डी.एस. चौधरी, जल-संस्थान संजय सिंह, पुलिस उपाधीक्षक विमल रावत, जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार, अध्यक्ष प्रधान संगठन सुभाष रावत, विष्णुकांत शुक्ला, विपिन सेमवाल, बृजेश शुक्ला, भगवती प्रसाद तिवारी, किशन बगवाड़ी, गौरी पटवाल, किरन शुक्ला, देवी प्रसाद, अनसूया प्रसाद तिवारी आदि मौजूद रहे।