सात दिवसीय हिमवंत कवि चंद्रकुँवर बर्त्वाल पोखरी मेले में 6वीं संध्या लोक गायकों और अंतिम दिन कवियों के नाम रहा
सात दिवसीय हिमवंत कवि चंद्रकुँवर बर्त्वाल पोखरी मेले में 6वीं संध्या लोक गायकों और अंतिम दिन कवियों के नाम रहा
-राजेश्वरी राणा/केदारखण्ड एक्सप्रेस
पोखरी । सात दिवसीय हिमवंत कवि चंद्रकुँवर बर्त्वाल पोखरी मेले में 6वीं संध्या लोक गायकों और अंतिम दिन कवियों के नाम रहा है। सात दिवसीय हिमवंत कवि चंद्रकुँवर बर्त्वाल खादी ग्रामोद्यो एवं पर्यटन शरदोत्सव मेले की अन्तिम 6वी संध्या लोक गायक रोहित चौहान, कल्पना चौहान और माया उपाध्याय के नाम रही इनके गीतों पर रात भर दर्शक झूमते रहे ।
उत्तराखंड की प्रसिद्ध लोक गायिका कल्पना चौहान के गीतों मेरा बद्री केदार तु दैणु वे जैई, मैं घास कटलु तू पुला बंधली,ने मेले में समा बांध दी तो लोक गायक रोहित चौहान के लोक गीत खुटियों में पैजेमी तेरा घुंघुरू बैजैदा, चैदु बटण भैजी, लालि हो लालि होशियार ने मुख्य अतिथि सहित दर्शकों को पांडाल पर झूमने को मजबूर कर दिया तो लोक गायिका माया उपाध्याय ने अपने गीत हाय ककड़ी जीले मा,हो माया मेरे दिल मा, बैठ भना मरी गाड़ी ,मेरू कानै में झुमका, संगीता माया को जाल बुनेगी, ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन कर उन्हें खूब गुदगुदाया।
इससे पूर्व मुख्य अतिथि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लखपत बुटोला और गोपेश्वर की नगर पालिका अध्यक्ष पुष्पा पासवान ने सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ किया इस अवसर पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ,लखपत बुटोला ने कहा कि जहां मेलों के माध्यम हमारा आपसी भाईचारा बढ़ता है वहीं मेल मिलाप बढ़ता है ,नगर पंचायत ने मेले का आयोजन कर एक सराहनीय पहल की है ,वहीं गोपेश्वर की नगर पालिका अध्यक्ष पुष्पा पासवान ने भी कालाकारो द्धारा प्रस्तुत किये गये सांस्कृतिक कार्यक्रमों की जमकर तारीफ की ,वही ,मेलाधयक्ष नगर पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद पंत ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लखपत बुटोला , नगरपालिका अध्यक्ष गोपेश्वर पुष्पा पासवान को स्मृति चिन्ह और शाल ओढकर सम्मानित किया ,तथा कलाकारों को भी सम्मानित किया , मंच संचालन हर्षवर्धन थपलियाल,नरेंद्र सिंह नेगी,गिरीश सती ब्रह्मानंद किमोठी ने संयुक्त रूप से किया।
इस अवसर पर नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी संजय रावत , राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य वत्सला सती हास्य कवि मुरली दिवान , ब्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष महेन्द्र प्रकाश सेमवाल ब्लाक अध्यक्ष बीरेंद्र राणा, रमेश चौधरी भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष ,बीरेंद्र पाल भंडारी, नगर अध्यक्ष जीतेंद्र सती सामाजिक कार्यकर्ता मयंक पंत सहित तमाम लोग मौजूद थे। फोटो सलंग्न
अंतिम दिन कवियों के नाम
हिमवत कवि चनद्रकुवर वर्तवाल खाधी ग्रामोद्योग एवं पर्यटन शरदोत्सव मेले में मेला मंच पर , स्थानीय कवियों द्धारा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया ,जिसमें कवियों द्धारा जहां अपनी कविताओं के माध्यम से बाल्यावस्था ,क्षेत्र के ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्वो का वर्णन किया गया तो पर्यावरण संरक्षण और व सामाजिक कुरीतियो को लेकर भी कविताये पढ़ी गयी और काव्यपाठ किया।
हास्य कवि मुरली दीवान की अध्यक्षता मे आयोजित कवि सम्मेलन मे कवि दिनेश जोशी ने कहा कि सि भी क्य दिन छा, मुरली दीवान ने कहा कि विचला नागपुर की शान च नागनाथ-पोखरी, तेजपाल निर्मोही ने कहा कि प्यटै भूख ब्वै न पछ्याणी।ब्रह्मानन्द किमोठी ने कि यदि नही हुई साफ सफाई तो घर ऑगन का क्या होगा।आरती बंगवाल ने कहा कि बता न समाज,कब तक मै डरू।शिखा नेगी आवो घूमी औला ,मेरु पहाड। सपना बासकंडी ने एसिड पीड़ित पर पीडा पर कविता पाठ किया।संचालन तेजपाल निर्मोही ने किया मेलाधयक्ष नगर पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद पंत ।नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी संजय रावत, व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष महेन्द्र प्रकाश सेमवाल, भाजपा नेता जितेंद्र सती व अध्यापिका कुसुम गढिया व राजपाल चौधरी ने कवियो को शाॅल ओढ़कर तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किय।