पहाड़ के कितने मासूम “पीयूष” चढ़ेंगे,गुलदार के हमलों से लापरवाह चैन से सोती सरकार के नाम बलि??
पहाड़ के कितने मासूम “पीयूष” चढ़ेंगे,गुलदार के हमलों से लापरवाह चैन से सोती सरकार के नाम बलि??
रिपोर्ट भगवान सिंह पौड़ी गढ़वाल
एंकरपौड़ी जिले के श्रीनगर विधानसभा के पॉबो ब्लाक के निसणी गाँव में पांच वर्षीय पीयूष को घात लगाए बैठे गुलदार ने निवाला बना दिया है,घटना के बाद से ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ आक्रोश देखने को मिल रहा है,मंगलवार देर शाम लगभग 6:00 बजे के करीब पॉबो ब्लाक के निसणी गाँव में पाँच साल का पीयूष खेलकर अपने घर लौट रहा था कि तभी अचानक घात लगाये गुलदार ने पीयूष पर हमला कर दिया, ग्रामीणों द्वारा शोर शराबा करने के बाद गुलदार ने पीयूष को छोड़ दिया, लेकिन इस बीच गुलदार ने पाँच साल के मासूम को गंभीर घायल कर दिया था, लबच्चे को आनन-फानन में पॉबो अस्पताल में भर्ती कराया गया,लेकिन यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया घटना की सूचना मिलने पर प्रशासन मौके पर पहुंचा और शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पौड़ी भेजा इस दौरान घटना को लेकर ग्रामीणों का वन विभाग के खिलाफ आक्रोश भी देखने को मिला,वन विभाग द्वारा मौके पर पिंजरा लगा दिया गया है, साथ ही गुलदार को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।वहीं इस घटना पर क्षेत्रीय विधायक और स्वास्थ्य मंत्री उत्तराखंड धन सिंह रावत ने दुख प्रकट किया है स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि मेरी संवेदनाएं परिवार के साथ है इस दुख की घड़ी में सरकार परिवार के साथ खड़ी है
इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री डॉ रावत ने जिलाधिकारी और डीएफओ पौड़ी को सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि तत्काल गाँव में पिंजरा लगाया जाए और वन विभाग की टीम जल्द से जल्द गुलदार को हर हाल में पकड़े,इस सम्बन्ध में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की है, साथ ही जंगली जानवरों के साथ इंसानों के बढ़ते संघर्ष को लेकर सरकार पर निशाना भी साधा है कि पहाड़ो में लगातार ख़ासकर बच्चों और महिलाओं के गुलदारों के हमलों में बेमौत मारे जाने के बावजूद सरकार और वन विभाग आखिरकार कब कंक्रीट प्लान तैयार कर पहाड़ों में गुलदारों के आतंक को कब खत्म करेगा?